नई दिल्ली:मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी का गुरुवार को एम्स में इलाज के दौरान निधन हो गया. वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे. येचुरी 72 साल के थे. उनकी हालत पिछले कुछ दिन से गंभीर बनी हुई थी. सीताराम येचुरी का पार्थिव शरीर वसंत कुंज स्थित उनके आवास से नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय पर लाया गया, श्रद्धांजलि देने के लिए दिग्गज नेता पहुंचे हैं. जहां पर सबने अंतिम दर्शन किए और फिर शाम को पार्थीव शरीर को एम्स को सौंप दिया गया.
सीताराम येचुरी को श्रद्धासुमन अर्पित करने आने वालों में कांग्रेस की दिग्गज नेता सोनिया गांधी आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया राजद सांसद मनोज झा समेत तमाम दिग्गज नेता दिल्ली पार्टी दफ्तर श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे हैं.
येचुरी का चला जाना एक बहुत बड़ी क्षति- संजय सिंह
येचुरी के अंतिम दर्शन के लिए आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा है कि देश की राजनीति के लिए सीताराम येचुरी का चला जाना एक बहुत बड़ी क्षति है. एक ऐसा योद्धा जो नफरत की राजनीति के खिलाफ जिंदगी भर लड़ता रहा. एक ऐसा योद्धा जो मजदूरों के लिए किसानों के लिए आवाज उठाता रहा. वह आज हमारे बीच से अलविदा कह के हमको छोड़ कर चले गए. मैं सर झुका के कामरेड सीता राम को लाल सलाम कहता हूं और मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि जो दुख उनके चाहने वालों के ऊपर और परिवार के ऊपर पड़ा है. उसको सहन करने की शक्ति इश्वर उनको देे. कामरेड सीताराम येचुरी हर गरीब की आवाज में जिंदा रहेंगे नफरत फैलाने वाले की आवाज को तोड़ने में जिंदा रहेंगे.
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दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जताया शोक
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सीताराम येचुरी के निधन पर कहा है कि सीताराम हम सबके लिए नहीं देश के लिए बहुत बड़े नेता थे . देश के मुद्दों की समझ रखने वाला देश के मुद्दों के समाधान की समझ रखने वाला सिर्फ उसे समाधान को जो लोग सफल बना सकते हैं. उन सबको साथ लेकर चलने वाले ऐसा व्यक्ति एक लंबे राजनीतिक कैरियर तक देश की सेवा करता रहा.हमें गर्व है कि हमारे देश में ऐसा नेता रहे अभी भी राजनीति में हमेशा वह प्रेरणा का स्रोत रहे हैं उनका चले जाना बहुत बड़ी राजनीति के लिए और देश के लिए क्षति है.
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