शिमला: हिमाचल में आखिरी चरण में 1 जून को लोकसभा और विधानसभा की छह सीटों के लिए मतदान होना है. देश भर में अब तक पांच चरण का मतदान संपन्न हो चुका है. वहीं, हिमाचल में मतदान के लिए अब 10 दिन शेष बचे हैं. इसको देखते हुए चुनाव आयोग की तैयारियां पूरी हो चुकी है. मतदाताओं की फाइनल सूची बनकर तैयार है.
इसके मुताबिक प्रदेश में आगामी चुनाव में 57,11,969 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. ये संख्या वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में 3,81,815 अधिक है. मतदाता की फाइनल सूची में आंकड़ों का रोचक अंकगणित ये है कि हिमाचल में सबसे अधिक छह जिलों को कवर करने वाला मंडी संसदीय क्षेत्र मतदाताओं की संख्या के लिहाज से तीसरे नंबर पर आता है. प्रदेश में कुल 4 संसदीय क्षेत्र पड़ते हैं. जिसमें मंडी के बाद केवल शिमला संसदीय क्षेत्र ही मतदाताओं की संख्या में आखिरी नंबर पर है.
मंडी जिला में 13 लाख से अधिक मतदाता
मंडी संसदीय क्षेत्र भौगोलिक दृष्टि से भी काफी कठिन है. इस सीट के अंतर्गत बहुत से विधानसभा क्षेत्र अति दुर्गम है, जहां मतदाताओं तक पहुंचने के लिए प्रत्याशियों को काफी अधिक पसीना बहाना पड़ रहा है. मंडी में सबसे अधिक छह जिलों के तहत 17 विधानसभा क्षेत्र पड़ते हैं. इस तरह से एक मात्र मंडी संसदीय सीट आधे हिमाचल को कवर करती है, लेकिन मंडी सीट मतदाताओं की संख्या के लिहाज से तीसरे नंबर पर है. यहां पर कुल मतदाताओं की संख्या 13,77,173 है. इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक 6,98,666 है. इसी तरह से महिला मतदाताओं की संख्या 6,78,504 है. इसमें सर्विस मतदाताओं की संख्या भी शामिल है.