नई दिल्ली: प्रयागराज महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने जा रहा ह. इस महायोजन में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) ने इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने और श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम बनाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं. गाजियाबाद के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक कार्मिक अंशु भटनागर ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि गाजियाबाद क्षेत्र की 600 बसों को विभिन्न स्थानों से प्रयागराज से चलाया जाएगा. दिल्ली के आनंद विहार और गाजियाबाद के कौशांबी डिपो से भी प्रयागराज के लिए बसें चलाई जाएंगी.
यूपीएसआरटीसी ने गाजियाबाद क्षेत्र से महाकुंभ के लिए 600 बसों का संचालन सुनिश्चित किया है. इनमें से 30 से 40 बसें दिल्ली एनसीआर के आनंद विहार और कौशांबी बस स्टेशनों से चलेंगी. ये बसें 13 प्रमुख पॉइंट्स पर रुकेंगी और वहां से सीधे प्रयागराज के झूसी क्षेत्र तक यात्रियों को पहुंचाएंगी. झूसी क्षेत्र संगम स्थल से मात्र 1-2 किलोमीटर की दूरी पर है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए झूसी से संगम तक अतिरिक्त परिवहन साधन भी उपलब्ध कराए गए हैं.
नई बीएस- 6 बसों की सेवा: महाकुंभ के लिए यूपीएसआरटीसी ने नई बीएस- 6 मानक वाली बसों को शामिल किया है. ये बसें प्रदूषण रहित और यात्रियों के लिए अधिक आरामदायक होंगी. सर्दियों के मौसम को ध्यान में रखते हुए एसी बसों की भी व्यवस्था की जा रही है. अंशु भटनागर ने बताया कि महाकुंभ में उपयोग की जाने वाली सभी बसें नई और बेहतर तकनीक वाली होंगी, ताकि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो.
चालकों और परिचालकों की कमी दूर करने का प्रयास: अंशु भटनागर ने स्वीकार किया कि यूपीएसआरटीसी को चालकों और परिचालकों की कमी का सामना करना पड़ रहा है. हाल ही में आयोजित रोजगार मेले के माध्यम से कुछ चालकों की भर्ती की गई है. हालांकि, यह संख्या अभी भी पर्याप्त नहीं है. उन्होंने बताया कि प्रचार-प्रसार के माध्यम से इस कमी को दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं.