प्रयागराज :तीर्थराज संगम की धरती पर जनवरी 2025 से शुरू हो रहे महाकुंभ को लेकर प्रयागराज मेला प्राधिकरण मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य, सड़क और अन्य सुविधाओं को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है. इसी कड़ी में जल पुलिस के प्रशिक्षित गोताखोरों को तैनात किया गया है. ये गोताखोर कड़कड़ाती ठंड में भी संगम सहित अन्य सभी प्रमुख घाटों पर मौजूद रहेंगे. जल पुलिस कुंभ नगर रजनीश यादव के मुताबिक इस बार कुंभ मेला क्षेत्र में लगभग 1500 मीटर डीप वाटर बैरिकेडिंग लाइन बिछाई जा रही है. इन लाइनों पर श्रद्धालुओं के सुरक्षा हेतु दिशा निर्देश के लिए जल पुलिस के जवानों को तैनात किया जा रहा है.
रिफ्लेक्टिव रिवर लाइन का नहीं किया जा सकेगा उल्लंघन :रजनीश यादव ने बताया कि कोई अनहोनी न होने पाए, इसके लिए थर्मो-प्लास्टिक के फ्लोटिंग ब्लाक्स को जोड़कर बैरिकेडिंग बनाई जा रही है, जिस पर 24 घंटे पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे. स्नान के दौरान नावों के टकराने की कोई अनहोनी न हो. इसके भी पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं. जिसके तहत सौर ऊर्जा का प्रयोग कर रिफ्लेक्टिव रिवर लाइन बनाई जा रही है. जिसकी वजह से कोई भी नाविक लेन का उल्लघंन नहीं कर पाएगा.
चार जोन का सुरक्षा चक्र :
- पहला जोन घेरा संगम क्षेत्रका रहेगा. जिसमें 25 बीट में 290 पीएससी, एसडीआरएफ, एनडीआरफ, 8 पीएससी गोताखोर, 30 सुरक्षाकर्मी, 18 प्राइवेट गोताखोर, 26 होमगार्ड, 27 मोटर बोट और 113 नाव सुरक्षा इंतजाम में लगाए गए हैं.
- दूसरा जोन बरगद घाट का घेरा रहेगा. इस दूसरे जोन में 28 बीट में 33 सुरक्षाकर्मी, 100 पीएसी व एनडीआरएफ एसडीआरएफ, 50 होमगार्ड, 40 पीएससी गोताखोर, 50 प्राइवेट गोताखोर, 24 मोटर बोट और 77 नाव रहेंगी.
- तीसरा जोन संगम क्षेत्र से दुर्वासा का होगा. तीसरे जोन में 16 बीट के अंतर्गत 21 सुरक्षाकर्मी, 68 पीएसी व एसडीआरएफ, एनडीआरफ, 16 प्राइवेट गोताखोर, 28 होमगार्ड, 8 मोटर बोट और 99 नाव सुरक्षा के लिए उपलब्ध रहेगी.
- चौथा जोन संगम क्षेत्र से फाफामऊ 38 बीटों वाला रहेगा. जिसमें 50 सुरक्षाकर्मी और पीएसी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ 210, 14 पीएससी गोताखोर, 19 प्राइवेट गोताखोर, 64 होमगार्ड, 33 मोटर बोट और 311 नाव रहेंगी.