मुजफ्फरपुर: देशभर में त्याग, बलिदान और कुर्बानी का पर्व ईद उल अजहा (बकरीद) सोमवार को मनाया गया. बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में भी इसकी तैयारी मुकम्मल कर ली गई थी. सोमवार को हर ईदगाह और मस्जिदें सजी हुई दिख रही हैं. ईद उल अजहा की दो रिकत वाजिब नमाज के वक्त का ऐलान किया गया था. नमाज के बाद बकरे की कुर्बानी दी गई. अल्लाह को कुर्बानी पसंद है. वहीं, इससे पहले शहर के बकरा बाजार में भी भीड़ उमड़ी रही. तेल और गर्म मसाला की दुकान पर भी खरीदार जमे रहे. सेवई और मेवा की भी खूब ब्रिकी हुई.
बकरीद का मुख्य मकसद कुर्बानी:वहीं, बकरीद पर मौलाना मो. इमामुद्दीन अली अहमद ने कहा कि बकरीद का पर्व मुसलमानों के लिए बड़ी आजमाइश है. कुर्बानी का मुख्य मकसद यह है कि अल्लाह की राह में जाने के लिए और इंसानियत के लिए अपने जान-माल को कुर्बान करो. मौलाना ने बताया कि ईद उल अजहा की नमाज अदा करने के लिए निकलें तो रास्ते में खास तस्बीह पढ़ना ना भूलें.
सुबह 6 बजे से नमाज अदा की गई: इस साल अधिकांश मस्जिद और ईदगाहों में सुबह 6 बजे से 7.30 बजे तक ईद उल अजहा की नमाज अदा की गई. वहीं कमरा मोहल्ला शिया मस्जिद में सुबह 9.30 बजे और ब्रह्मपुरा शिया मस्जिद में 10 बजे ईद उल अजहा की नमाज पढ़े जाने का ऐलान किया गया है.