लखनऊ : बांदा के सिविल लाइंस स्थित आवास विकास कॉलोनी निवासी अरविंद सिंह गौतम से बीते दिनों सरोजनीनगर में वाहन चेकिंग के नाम पर रुपये हड़पने की घटना पुलिस जांच में झूठी निकली है. पुलिस के अनुसार अरविंद ने यह झूठी कहानी उधार ली गई रकम वापस करने से बचने के लिए रची थी. इस मामले में पुलिस ने अरविंद सिंह गौतम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज गिरफ्तार कर लिया है.
बता दे, अरविंद सिंह गौतम ने पुलिस को बताया था कि बीती 20 अगस्त को वह अपनी वैगन आर कार से बांदा से पीजीआई अस्पताल लखनऊ जा रहा था. रात करीब 10:45 बजे सरोजनीनगर में ट्रांसपोर्टनगर मेट्रो स्टेशन के पास अमित सिंह नामक सब इंस्पेक्टर और दो सिपाहियों ने चेकिंग के दौरान उसकी वैगन आर कार रोककर तलाशी ली और सब इंस्पेक्टर कार की डिग्गी में रखे साढ़े पांच लाख रुपये निकाल कर थाने में जमा करने की बात कहते हुए वहां से गायब हो गए. बाद में दोनों सिपाही अरविंद को कृष्णानगर के पास छोड़कर फरार हो गए.
मोबाइल लोकेशन से मिली डिटेल :उधर, सरोजनीनगर पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू की तो उसमें पता चला कि अरविंद सिंह गौतम 20 अगस्त को लखनऊ आया ही नहीं, बल्कि उसकी लोकेशन बांदा में ही पाई गई. इसके बाद पुलिस ने अरविंद से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया.