कानपुर : ये क्या है, दरवाजे की मोटाई तो मानक के मुताबिक 25 एमएम होनी चाहिए, पर यहां तो केवल 20 एमएम दिख रही है. कुंडी जो लगी हैं, उनकी गुणवत्ता भी बेहद खराब है. ठेकेदार को कोई नोटिस भी नहीं दी गई है. काम तो आपका बहुत धीरे चल रहा है, जबकि मामला ऐतिहासिक अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम से जुड़ा हुआ है.
शुक्रवार को कानपुर के डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने जब ग्रीनपार्क स्टेडियम के अंदर 4.5 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे 80 बेड के नए छात्रावास की स्थिति देखी तो ढेरों खामियों को साथ अनियमितता भी मिली. इस पर डीएम ने कार्यदायी संस्था यूपी प्रोजेक्ट्स काॅरपोरेशन के प्रोजेक्ट मैनेजर सत्यप्रिय को जमकर फटकार लगाई. डीएम ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में बहुत ज्यादा लापरवाही की गई है. कार्यों की गुणवत्ता बेहद खराब है. बचाव में बचकाना जवाब मिल रहा है. डीएम ने कहा कि सभी कार्यों की जांच कराई जाएगी. डीएम ने कहा कि जिन्हें कार्यों का निरीक्षण करना चाहिए, स्थिति देखनी चाहिए वह तो नदारद हैं.
डीएम ने बताया कि वर्ष 2023 में मार्च के अंतर्गत इस प्रोजेक्ट की अनुमति मिल गई थी. यूपी प्रोजेक्ट्स काॅरपोरेशन की ओर से इसे जून में शुरू किया गया. जून 2024 तक इसे तैयार हो जाना चाहिए था, मगर जनवरी 2025 तक प्रोजेक्ट्स शुरू नहीं हो सका है. डीएम ने कहा कि सारा काम केवल कागजी तौर पर हो रहा है. आंकड़े तैयार किए जा रहे हैं, जबकि धरातल पर सब शून्य है. डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह बोले कि इस प्रोजेक्ट में क्वालिटी खराब है. देरी भी है इसलिए इसकी जरूर जांच कराएंगे.