मुख्तार अंसारी के सहयोगी का अस्पताल लखनऊ में जमींदोज लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बाहुबली मुख्तार अंसारी के सहयोगी का अस्पताल लखनऊ में जमींदोज कर दिया. मुख्यमंत्री के आदेश पर लखनऊ विकास प्राधिकरण ने एक बार फिर मुख्तार अंसारी के सहयोगी बिल्डर लखनऊ में उसके अर्थतंत्र को संभालने वाले सिराज इकबाल के अवैध एफआई अस्पताल पर हथौड़ा चलाया. कमिश्नर कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण ने रविवार की छुट्टी के दिन अस्पताल की चौथी फ्लोर को तोड़ने का काम शुरू कर दिया.
अस्पताल भी अवैध तरीके से बिना मानचित्र पास कराए ही बनाया गया था एफआई बिल्डिंग और एफआई कॉम्प्लेक्स के खिलाफ भी लखनऊ विकास प्राधिकरण एक्शन लेता रहा है. लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि कमिश्नर कोर्ट से इस बिल्डिंग को गिराए जाने की इजाजत मिल गई है. यह अस्पताल भी अवैध तरीके से बिना मानचित्र पास कराए ही बनाया गया था और इसका संचालन पूरी तरह से अवैध था. इसलिए यह कार्रवाई की जा रही है.
एफआई बिल्डिंग और एफआई कॉम्प्लेक्स के खिलाफ भी लखनऊ विकास प्राधिकरण एक्शन लेता रहा है. न केवल मानचित्र बिना पास कराए निर्माण कराया गया बल्कि जमीन की भी धांधली स्पष्ट समझ में आ रही है. उन्होंने कहा कि अवैध बिल्डिंग बनाने वालों के खिलाफ इसी तरह से लगातार कार्रवाई की जाती रहेगी और लखनऊ में किसी भी अवैध निर्माण को बख्शा नहीं जाएगा. इससे पहले एलडीए ने 29 नवम्बर को मानचित्र के विपरीत निर्माण करने के आरोप में एफआई बिल्डर के निदेशक व करीबी बिल्डर शोएब इकबाल, मोनिस इकबाल, सिराज अहमद और माइकल के खिलाफ कैसरबाग कोतवाली में धोखाधड़ी और जाली दस्तावेज तैयार करने का मुकदमा दर्ज करवाया था. इसके बाद में रविवार की कार्रवाई शुरू की गई.
कमिश्नर कोर्ट से इस बिल्डिंग को गिराने की इजाजत मिली मशीन चलाने के लिए एलडीए की तरफ से बिल्डिंग के बाहर जनरेटर लगाया गया था. एलडीए अधिकारियों ने बताया कि तोड़ने में जो खर्च आएगा उसकी वसूली भी बिल्डर से की जाएगी. एफआई बिल्डर माफिया मुख्तार का सबसे करीबी माना जाता है. बताया जा रहा है कि अस्पताल की प्रापर्टी करीब 15 करोड़ रुपए से ज्यादा की है.
ये भी पढ़ें- चुनाव आयोग के आदेश के बाद योगी का चलेगा यूपी में ब्यूरोक्रेसी पर हंटर, होगा बड़ा बदलाव