लखनऊ : लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण का मतदान शुक्रवार को समाप्त हुआ. दूसरे चरण में यूपी की 8 सीटें थीं. पिछले लोकसभा चुनाव 2019 से तुलना करें तो इन सभी सीटों पर इस बार करीब 8% मतदान कम हुआ है. मतदान का प्रतिशत खासकर अमरोहा, मेरठ, मथुरा और बागपत काफी नीचे गिरा है.
नजर डालें तो इनमें अमरोहा छोड़ सभी सीटों पर पिछली बार भाजपा ने कब्जा जमाया था. मतदान में आई यह कमी परिणाम पर कितना असर डालेगी यह देखने वाली बात होगी. भारतीय जनता पार्टी की ओर से दावा किया जा रहा है कि मतदान का गिरा प्रतिशत विपक्ष के लिए खतरा है. वहीं विपक्ष मतदान प्रतिशत का कम होना अपने लिए फायदेमंद बता रहा है. ये सभी सीटें पश्चिमी यूपी की हैं. सूत्रों के मुताबिक, गिरा मतदान प्रतिशत सिर्फ उदासीनती नहीं, एक खास तबके की नाराजगी भी इसमें छिपी है. अब यह चुनाव परिणाम पर कितना असर डालेगी, यह 4 जून को ही पता चलेगा.
वोटों का गुणा-गणित
सीट | 2019 | 2024 |
अमरोहा | 71.05 | 64.27 |
मेरठ | 64.29 | 58.70 |
गाजियाबाद | 55.89 | 49.65 |
गौतमबुद्ध नगर | 60.49 | 53.21 |
मथुरा | 63.07 | 49.29 |
बुलंदशहर | 62.92 | 55.79 |
बागपत | 64.68 | 55.93 |
अलीगढ़ | 61.68 | 56.62 |
63.0875 | 54.85 |
पिछली बार के चुनाव नतीजों पर नजर डालें तो अमरोहा से बसपा के दानिश अली जीते थे. दानिश को 51.41% मत मिले थे. मेरठ से भाजाप के राजेंद्र अग्रवाल जीते थे और उनको 48.19 % वोट मिले थे. इसी तरह गाजियाबाद से जनरल वीके सिंह-भाजपा 61.93 %, गौतमबुद्ध नगर से महेश शर्मा - भाजपा 59.64%, मथुरा से हेमामालिनी- भाजपा 60.87%, बुलंदशहर से भोला सिंह भाजपा 60.64%, अलीगढ़ से सतीश गौतम - भाजपा 56.42% और बागपत से सत्यप्रकाश सिंह-भाजपा 50.32% मतों के साथ चुनाव जीते थे. इस बार के आंकड़े बताते हैं कि मतदान प्रतिशत में गिरावट आई है, वह भी कुछ सीटों पर तो यह गिरावट 8 से 10 प्रतिशत की है. ऐसे में अब देखना होगा कि कम मतदान परिणाम पर कितना असर डालता है.