पटना: लोकसभा चुनाव की घोषणा हो गई है. बिहार में 7 चरणों में चुनाव होंगे. एनडीए में अब तक सीटों की घोषणा नहीं हुई है. महाबली सिंहकाराकाट से दबंग नेता के तौर पर जाने जाते हैं, लेकिन यह सीट उपेंद्र कुशवाहा के कारण चर्चा में है. इस सीट पर लड़ाई भी जबरदस्त होने वाली है. उपेंद्र कुशवाहा के दावेदारी पर काराकाट के वर्तमान जेडीयू सांसद महाबली सिंह ने कहा कि दावेदारी तो कई लोग करते हैं, लेकिन यह सीटिंग सीट है इस सीट पर कोई समझौता नहीं होगा.
2009 में भी महाबली सिंह सांसद थे: महाबली सिंह जदयू के सांसद हैं. 2009 में भी महाबली सिंह जदयू के सांसद बने थे, लेकिन 2014 के चुनाव में यहां से उपेंद्र कुशवाहा सांसद बने थे, जब नीतीश कुमार एनडीए से बाहर हो गए थे. अब महाबली सिंह को उम्मीद है कि यह सीटिंग सीट है इसलिए जदयू की ओर से उन्हें फिर से मौका मिलेगा. जब उनसे ईटीवी भारत के संवाददाता ने सीधे सवाल किए तो उन्होंने क्या कहा? नीचे पढ़ें पूरा सवाल जवाब-
रिपोर्टरः पांच साल के कार्यकाल में उपलब्धि क्या रही?
महाबली सिंह:5 साल के दौरान जनता के बीच ही हम रहे हैं. जनता की समस्याओं का समाधान करते रहें. चुनाव के समय जनता की मांग थी कि रोहतास में हवाई अड्डा बने और डालमिया नगर में रेल बैगन फैक्ट्री बने. इन सबको हमने संसद में उठाया सरकार की तरफ से आश्वासन भी मिला. बिहटा से औरंगाबाद रेलवे लाइन के लिए इस साल बजट में राशि भी दी गई है. डेहरी में डालमिया नगर फैक्ट्री को लेकर भी आश्वासन मिला था लेकिन उस पर काम नहीं हुआ.
5 साल के फंड से क्या-क्या काम आपने किया?
महाबली सिंह:हर साल 5 करोड़ का फंड मिलता है. जनता की जो भी मांग होती है उसके हिसाब से हम लोग काम करते हैं. 2 साल तो कोरोना के कारण कुछ काम नहीं हुआ, लेकिन जितने भी अस्पताल, प्रखंड कार्यालय और 1 हजार स्कूल में आरओ प्लांट लगाया. कई स्थानों पर हाईमास्क भी हमने लगाया है. कई विद्यालयों में हमने बेंच और टेबल देने का काम किया है. हर प्रखंड में टाउन हॉल और सामुदायिक भवन सहित शवदाहगृह और अन्य निर्माण भी किए हैं.
संसदीय फंड में से कितना प्रतिशत राशि बचा हुआ है ?
महाबली सिंह:जहां तक मेरे फंड का एक भी पैसा बचा हुआ नहीं है. हमने सब राशि खर्च कर दिया है.
5 साल में कौन सा ऐसा काम है जो अधूरा रह गया?
महाबली सिंह:डेहरी डालमियानगर में जो रेलवे की फैक्ट्री बनाने की घोषणा की गई थी शिलान्यास भी हुआ, लेकिन उसे पर कोई काम नहीं हुआ तो इसको लेकर हमने संसद में कई बार उठाया.
महागठबंधन में जाने से क्या नुकसान हुआ?
महाबली सिंह:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो भी फैसला लेते हैं बिहार की जनता के हित में फैसला लेते हैं, इसलिए उनके फैसले से कभी नुकसान नहीं बल्कि फायदा हुआ है.
2019 में एनडीए ने 39 सीट पर जीत हासिल की थी इस बार क्या होगा?
महाबली सिंह:हम लोग 40 में से 40 सीट जीतेंगे.