जहानाबाद:लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें और आखिरी चरण का मतदान एक जून को समाप्त हो गया. बिहार की जिस आठ सीटों पर वोटिंग हुई उनमें जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र भी शामिल है. यहां कुल 51.20 प्रतिशत मतदान हुआ. 15 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद होगी. लोकसभा चुनाव 2019 में जहानाबाद सीट से जनता दल यूनाइटेड ने जीत हासिल की थी.
जहानाबाद लोकसभा सीट Live Update:
- जहानाबाद में दोपहर 05 बजे तक 50.23% मतदान
- जहानाबाद में दोपहर 03 बजे तक 43.46% मतदान
- जहानाबाद में दोपहर 01 बजे तक 36.66% मतदान
- जहानाबाद में डीएम अलंकर्ता पांडे ने बुजुर्ग 90 वर्ष की महिला को सहारा देकर वोट देने के लिए प्रेरित किया.
- जहानाबाद सीट पर सुबह 11 बजे तक 27.09 फीसदी मतदान.
- बसपा प्रत्याशी व पूर्व सांसद डॉक्टर अरुण कुमार ने अपने पैतृक गांव काको प्रखंड के मनियामा गांव में अपने परिवार संग मतदान किया.
- जहानाबाद में सुबह 9 बजे तक 12.21 फीसद मतदान हुआ
- जहानाबाद के बूथ नंबर- 36 पर एक घंटे देरी से शुरू हुआ मतदान.
- पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पूरे परिवार के साथ किया मतदान. उत्क्रमित मध्य विद्यालय महकार के बूथ संख्या 38 पर डाला वोट. साथ में पुत्र संतोष कुमार सुमन, पत्नी सहित परिवार के अन्य लोगों ने भी किया मतदान.
- पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का पैतृक गांव है महकार.
- महकार में बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं वोटर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय महकार बूथ संख्या 38 पर वोटरों की लंबी कतार
- जहानाबाद में 1793 मतदान बूथ पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू
चंदेश्वर चंद्रवंशी की राह नहीं आसान:लोकसभा चुनाव 2019 में जदयू प्रत्याशी चंद्रेश्वर चंद्रवंशी को महज 1700 वोट के अंतर से चुनाव जीता था. इसलिए इस बार इंडिया गठबंधन के राजद प्रत्याशी सुरेंद्र यादव से कांटे की टक्कर होने की संभावना है.इस लोकसभा क्षेत्र में एनडीए एवं इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी के बीच बसपा प्रत्याशी अरुण कुमार मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है.
अरुण कुमार ने त्रिकोणीय बनाया मुकाबलाः 1952 से इस सीट पर भूमिहार और यादव का कब्जा रहा. लेकिन 2019 में नीतीश कुमार ने नया प्रयोग किया और अति पिछड़ा को इस लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया गया. चंदेश्वर चंद्रवंशी इस लोकसभा क्षेत्र के सांसद बने. एनडीए प्रत्याशी को अति पिछड़ा वोट पर भरोसा है तो वहीं राजद प्रत्याशी एमवाई समीकरण के भरोसे हैं. वहीं अरुण कुमार को भूमिहार मतदाताओं एवं बसपा प्रत्याशी होने के कारण रविदास जाति का समर्थन मिलने की उम्मीद है.