पटनाः 'तू चल, मैं आया..',बिहार के महागठबंधनमें फिलहाल यही स्थिति दिख रही है. शुक्रवार को भी आरजेडी के भभुआ विधायक भरत बिंद ने आरजेडी की लालटेन छोड़ दी और बीजेपी का कमल थाम लिया. यानी 12 फरवरी से शुरू हुआ टूट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. महागठबंधन में हो रही लगातार टूट पर जेडीयू के विधान पार्षद नीरज कुमार ने चुटकी ली है.
"आरजेडी में दलित सुरक्षित नहीं": नीरज कुमार ने कहा कि "आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के प्रभाव वाले इलाकों से विधायकों का टूटना इस बात का सूचक है कि आरजेडी के गरीब-दलित विधायकों को डर सता रहा है कि पार्टी में उनका आर्थिक दोहन होगा. उन्हें भय लग रहा है कि पार्टी नेतृत्व उनसे टिकट के बदले जमीन मांग सकता है".
खरीद-फरोख्त के आरोपों पर दी नसीहतः नीरज कुमार ने विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरजेडी के आरोपों पर भी पलटवार किया. नीरज कुमार ने नसीहत दी कि "खरीद-फरोख्त का प्रमाण दें सिर्फ अनर्गल आरोप मत लगाएं. अगर साक्ष्य उपलब्ध हों तो कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं. आरजेडी में तो कई ज्ञानी लोग हैं, क्या इस बात को नहीं समझ रहे हैं."
महागठबंधन की राजनीतिक कुर्की-जब्ती जारी: एनडीए से लोकसभा टिकट मिलने पर कांग्रेस छोड़ने के विधायक नीतू सिंह के बयान पर नीरज सिंह ने कहा कि "कांग्रेस की दुर्दशा तो देखी नहीं जा रही है. अभी तो एक लोकसभा सीट की बात है न देखते जाइये अभी तो 40 लोकसभा सीट है. महागठबंधन के नेता ऐसे ही पार्टी छोड़कर फरार होते रहेंगे और महागठबंधन की राजनीतिक कुर्की-जब्ती जारी रहेगी".