बक्सरः2024 के लोकसभा चुनाव की जंग ने अब पूरी तरह जोर पकड़ लिया है और बयानों के तीखे बाण चलने लगे हैं. बात बक्सर लोकसभा सीट की करें तो यहां आखिरी चरण यानी 1जून को वोटिंग होनेवाली है. अपने-अपने समीकरणों को ध्यान में रखते हुए NDA और महागठबंधन ने अपने-अपने उम्मीदवार भी तय कर दिए हैं,लेकिन पूर्व आईपीएस आनंद मिश्रा की एंट्री ने बक्सर में होनेवाले बैटल के तमाम समीकरण बिगाड़कर रख दिए हैं.
"अब वापसी संभव नहीं": आनंद मिश्रा ने बीजेपी से टिकट मिलने की आस में वीआरएस लिया था. लेकिन उन्हें बीजेपी का टिकट नहीं मिल पाया. ऐसे में आनंद मिश्रा ने अब निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ही चुनावी जंग में कूदने का एलान कर दिया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में आनंद मिश्रा ने बताया कि "कुछ लोगों के कारण बीजेपी की सदस्यता नहीं मिल पाई, लेकिन अब बक्सर से वापसी संभव नहीं है."
'शाहाबाद की मिट्टी वापस लौटना नहीं सिखाती': आनंद मिश्रा ने कहा कि "शाहाबाद की मिट्टी वापस लौटना नहीं सिखाती.अब बक्सर के लोगों के साथ ही रहना है बक्सर के लोगों के लिए काम करना है. अगर किसी पूर्व अधिकारी के साथ ऐसा हुआ है तो उसे जेनरालाइज नहीं मानना चाहिए. हम बक्सर में विज़न के साथ आएं हैं और सियासत के जरिये इलाके की सेवा का संकल्प लिया है."
'लॉ एंड आर्डर में बक्सर को नंबर वन बनाऊंगा':आनंद मिश्रा का कहना है कि अगर बक्सर की जनता उन्हें आशीर्वाद देती है तो दावा करता हूंं कि इस इलाके को कानून-व्यवस्था के पैमाने पर पूरे देश में नंबर वन बनाऊंगा. उन्होंने दावा किया कि युवाओं के साथ-साथ उन्हें हर जाति, हर वर्ग और हर समुदाय का पूरा समर्थन मिल रहा है.
'सेवा के लिए सियासत में आया हूं:'पुलिस अधिकारी के रूप में सुर्खियां बटोर चुके आनंद मिश्रा का कहना है कि "राजनीति एक ऐसा बड़ा प्लेटफॉर्म है जिसके जरिये जनता की सेवा अच्छी तरह से की जा सकती है. इसलिए ही मैंने पुलिस अधिकारी की नौकरी छोड़कर सियासत में एंट्री ली है. भले ही मुझे किसी पार्टी का सिंबल नहीं मिला है लेकिन बक्सर की जनता का आशीर्वाद मुझे जरूर मिलेगा."
कौन हैं आनंद मिश्रा ?:2011 बैच के आईपीएस रहे आनंद मिश्रा मूल रूप से भोजपुर जिले के शाहपुर थाना इलाके के प्रसौंडा ग्राम के रहनेवाले हैं.हालांकि उनका पूरा परिवार कोलकाता में रहता है और आनंद मिश्रा की पढ़ाई-लिखाई भी कोलकाता में ही हुई थी. सिर्फ 22 साल की उम्र में आईपीएस अधिकारी बन कर सुर्खियां बटोरनेवाले आनंद मिश्रा की गिनती तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी के रूप में होती है.