भोपाल। लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान ढोल-ढमाकों के साथ मतदाताओं के बीच पहुंचना उम्मीदवारों की जेब पर भारी पड़ेगा. उम्मीदवारों को दो ढोल लेकर प्रचार पर निकलने पर 1500 रुपए और गुलाब की माला से स्वागत कराने पर प्रति माला 60 रुपए खर्च में जुड़ेगा. चुनाव आयोग ने इस बार लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार के खर्च की सीमा 95 लाख रुपए तय की है. उम्मीदवार को बताना होगा कि प्रचार के दौरान उन्होंने कितना प्रिंटिंग मटेरियल बांटा, कितनी फूलमालाओं से उनका स्वागत हुआ और किस मिठाई से उन्होंने कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का मुंह मीठा कराया. चुनाव आयोग ने प्रचार के दौरान उपयोग होने वाली तमाम सामग्री की दरें निर्धारित कर दी हैं.
चुनावी सभा में गद्दे पर बैठने तक का जुड़ेगा खर्च
चुनाव प्रचार के दौरान उम्मीदवार द्वारा जगह-जगह चुनावी सभाएं की जाती हैं. ऐसे में मंच पर नेताजी यदि गद्दे पर बैठे तो उन्हें उसका भी हिसाब देना होगा. चुनाव आयोग ने सादे गद्दे के 15 रुपए और फॉम गद्दे के 20 रुपए रेट तय किए हैं. दरी बिछाने पर प्रति दरी 14 रुपए और यदि तकिए से टिककर बैठे तो 10 रुपए नेताजी के हिसाब में जुड़ जाएगा. चुनाव के दौरान जमकर गर्मी भी होगी. ऐसे में सभा में आने वाले मतदाताओं या फिर मीटिंग के दौरान कार्यकर्ताओं को गर्मी से राहत देने कूलर लगाया तो 850 रुपए का हिसाब जुड़ेगा. एसी लगाने पर 1700 रुपए प्रतिदिन का खर्च आएगा.
- इस प्रकार जोड़ा जाएगा खर्च
- प्लास्टिक कुर्सी - प्रति नग - 8 रुपए
- सोफा सिंगल 3 सीटर - प्रति नग -150 रुपए
- फोम सोफा मय कवर - प्रति नग - 180 रुपए
- स्पेशल बुडन सोफा - प्रति नग - 950 रुपए
- सेंट्रल टेबल ग्लास - प्रति नग - 300 रुपए
- स्पीच स्टैंड - प्रति नग - 200 रुपए
- सादा कूलर - प्रति नग - 375 रुपए
- स्टील जग - प्रति नग - 10 रुपए
- स्टील ट्रे - प्रति नग - 10 रुपए
- पानी का ड्रग - प्रति नग - 25 रुपए
स्वागत में पटाखों फोड़ने के भी रेट तय