गुरुग्राम:गुरुग्राम पुलिस ने तकनीकी कार्रवाई करते हुए लोगों को डरा-धमकाकर ज्यादा रुपये रिकवर करके ठगी करने वाले 15 आरोपियों को नोएडा के सेक्टर-2 से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी चाइनीज एप के माध्यम से लिए गए लोन की रिकवरी के लिए लोगों को चूना लगाते थे. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 5 लैपटॉप, 15 मोबाइल और 223 सिम कार्ड भी बरामद किए हैं.
आरोपियों की पहचान: पुलिस ने आरोपियों की पहचान बताई. गिरफ्तार आरोपियों में हरमन, आंजनेय चौधरी, अरुण कुमार, सचिन, बिलाल खान, आसिफ, उज्जवल, सलमान अब्बास, सुरेश, हिमांशु, सन्नी श्रीवस्तव, मनमोहन, रिपुञ्जय, अनिल व महेंद्र के रूप में हुई. पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के खिलाफ आगामी कार्रवाई करते हुए थाना साइबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम में धारा 384, 420 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया गया.
लोन रिकवर करने के नाम पर ठगी: जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपी डायलबैक प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी के लिए काम करते थे. यह कंपनी लोन देने व दिए गए इंस्टेंट लोन की रिकवरी करने का काम एक एनबीएफसी कंपनी-वैशाली सिक्योरिटी कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर करती है. उन्होंने बताया कि वैशाली सिक्योरिटीज कंपनी प्राइवेट लिमिटेड जरूरतमंद लोगों को अलग-अलग इंस्टेंट लोन एप्लीकेशन जैसे इंस्टा नोवा, क्रेडिजेन, क्रेडेज, फिनिकैश, लोनिफी, फास्ट कैश, होप फंड, आईएमपी फंड, फ्लाइंग कैश, पेरिलोन, ट्राई कैश, फ्रंट लोन, इनलैंड रुपया, लव फाइनेंस, मेडिक्रेडिटस्कोर, स्टैशफिंग, कैपिटलरुपी अमाउंट प्रो, के माध्यम से इंस्टेंट लोन देती है. ये लोग पांच हजार से लेकर 60 हजार तक सात दिन, 15 दिन व 21 दिन के लिए देती है. इस लोन को रिकवर करने का काम डायल बैंक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी करती है.