पटनाःलोक जनशक्ति पार्टी आर के सांसद चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव की बिहार में आज से होने वाली जन विश्वास यात्रा को सही ठहराया और कहा कि उन्हें यात्रा करनी ही चाहिए. ताकि उन्हें पता चल सके कि 17 महीनों में जो उन्होंने काम किए, उन्हें जनता कितना जानती है. उन्होंने कहा कि 17 साल, 17 महीने या 35 साल सब का जवाब जनता देगी.
"जनता के बीच उन्हें जाना चाहिए, तब जाकर पता चलेगा कि 17 महीने में उन्होंने क्या काम किया है. वह जनता के कितने करीब थे या जनता से दूर हो गए थे. इन सब बातों का पता उन्हें यात्रा के दौरान चलेगा. अगर यात्रा पर निकल रहे हैं, तो उसमें कोई बुरी बात नहीं है"-चिराग पासवान, एलजेपीआर
एनडीए में रहकर गलत बयानी ठीक नहीं- चिराग: वहीं उन्होंने एनडीए गठबंधन को लेकर भी बड़ा बयान दिया और कहा कि एनडीए गठबंधन में रहकर जो लोग गलत बयानी कर रहे हैं, वह कहीं से भी उचित नहीं है. उन्होंने अपने चाचा केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस को भी नसीहत दी और कहा कि गठबंधन में रहकर जिस तरह की बात वह बोल रहे हैं वह कहीं से भी ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि हम एनडीए गठबंधन में हमेशा हैं अगर किसी को याद नहीं है तो याद करें कि 18 जुलाई को जब एनडीए गठबंधन का 25 साल पूरा हुआ था उस सम्मेलन में हम गए थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे गले लगाया था.
चाचा पशुपति पारस पर कसा तंजः चिराग ने दावा किया कि हाजीपुर से लोकसभा चुनाव की तैयारी हम कर रहे हैं, निश्चित तौर पर हाजीपुर हमारे पिताजी का क्षैत्र था और हम वहां से ही इस बार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे. वहीं उन्होंने अपने चाचा पशुपति पारस पर तंज कसते हुए कहा कि सीट बंटवारे को लेकर हमारी बातचीत एनडीए के बड़े नेताओं से लगातार हो रही है. हम भी संपर्क में हैं, लेकिन उनकी मुलाकात अभी भी एनडीए के बड़े नेताओं से नहीं हो पाई है, आप इसी से अंदाजा लगाइए कि आखिर एनडीए गठबंधन में बड़े नेताओं के करीब में कौन लोग है. उन्होंने कहा कि एनडीए गठबंधन में रहकर कोई अगर इधर-उधर की बात कर रहा है तो यह ठीक नहीं है.
'एनडीए गठबंधन पूरी तरह से एकजुट': वहीं, जब उनसे सवाल किया गया कि बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बनी है, एनडीए गठबंधन ने साथ दिया है. माना जा रहा है कि चिराग पासवान खुश नहीं है तो उन्होंने कहा कि देखिए हम नरेंद्र मोदी के विजन पर विश्वास करते हैं और उनके साथ होकर ही काम कर रहे हैं. इससे पहले भी नीतीश कुमार जी हम लोगों के गठबंधन में थे, ऐसी कोई बात नहीं है. हम अपना बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के नारा के साथ चुनाव के मैदान में आएंगे. एनडीए गठबंधन पूरी तरह से एकजुट होकर इस बार काम करेगी. निश्चित तौर पर जो फैसला एनडीए गठबंधन के द्वारा लिए गए हैं, उस फैसले का हम शुरू से साथ देते आए हैं. हमें कहीं से भी कोई दिक्कत नहीं है.
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