गोपालगंज:जिले के विशम्भरपुर थाना क्षेत्र के दियारा इलाका स्थित सलेहपुर गांव के पास पुलिस टीम गुप्त सूचना के आधार पर शराब तस्करको पकड़ने पहुंची थी. पुलिस को देख शराब तस्करों ने पुलिस टीम पर ईंट पत्थर से हमला कर दिया और फायरिंग की. फायरिंग के दौरान एक पुलिसकर्मी गोली लगने से जख्मी हो गए.
पुलिस टीम पर शराब तस्करों का हमला:मौके पर मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों ने जख्मी पुलिसकर्मी को तत्काल इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर द्वारा उनका इलाज किया गया. जख्मी पुलिसकर्मी की पहचान विशम्भरपुर थाना में तैनात एएसआई सरोज कुमार के रूप में की गई.
एक पुलिसकर्मी को लगी गोली:दरअसल इस संदर्भ में एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए विशम्भरपुर थानाध्यक्ष मनोज कुमार द्वारा शराब बरामदगी के लिए छापामारी किया जा रहा था. इसी क्रम में देर रात गुप्त सूचना मिली कि एक चार पहिया वाहन से शराब लेकर शराब तस्कर सलेहपुर के रास्ते जा रहे हैं.
"प्राप्त सूचना के आधार पर थानाध्यक्ष ने अपने दल बल के साथ शराब तस्करों का पीछा किया, लेकिन तस्करों द्वारा ईंट पत्थर से हमला कर दिया गया. वहीं तस्करो ने पुलिस टीम पर फायरिंग भी की जिससे एक गोली एएसआई सरोज कुमार के दाहिने हाथ में लग गई. उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है."- स्वर्ण प्रभात, एसपी
एक तस्कर को पुलिस ने दबोचा: इस केस में पुलिस ने त्वरित कारवाई करते हुए उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के तरेया सुजान थाना क्षेत्र के अहिरौली दान निवासी नंदलाल सिंह के बेटे शराब माफिया गुड्डू सिंह को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार शराब माफिया के ऊपर कई केस पूर्व से दर्ज हैं. उसका अन्य अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है.
बिहार में 2016 से शराबबंदी :बता दें कि बिहार सरकार ने 2016 में शराबबंदी कानून (Bihar Liquor Ban) लागू किया गया था. कानून के तहत शराब की बिक्री, पीने और बनाने पर प्रतिबंध है. शुरुआत में इस कानून के तहत संपत्ति कुर्क करने और उम्र कैद की सजा तक का प्रावधान था, लेकिन 2018 में संशोधन के बाद सजा में थोड़ी छूट दी गई थी.
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