नई दिल्लीः कश्मीरी गेट पर ऐतिहासिक औपनिवेशिक युग के बाजार अजमेरी गेट, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के सामने प्रतिष्ठित कमला मार्केट और मध्यकालीन सदर बाजार, नया बाजार और खारी बावली क्षेत्रों से निकलते हुए तीस हजारी तक जाने वाले श्रद्धानंद मार्ग जल्द ही अपना पुराना गौरव वापस पाएंगे. उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सभी संबंधित एजेंसियों व विभागों के अधिकारियों के साथ वर्षों से उपेक्षा का शिकार रहने वाले और जर्जर स्थिति में पहुंच चुके तीनों स्थानों का दौरा किया. उन्होंने वहां मौजूद अधिकारियों को इन स्थलों का स्थानीय मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन (एमटीए) के परामर्श से जल्द से जल्द जीर्णोद्धार, सौंदर्यीकरण और नवीनीकरण करने का निर्देश दिया.
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कश्मीरी गेट पर सेंट जेम्स चर्च के आसपास का बाजार, मूल रूप से एक सेमी सर्किल के रूप में डिजाइन किया गया था, जिसमें अलग-अलग दुकाने थीं. इन पर लोहे की जाली लगाई गई थी और लोगों की आवाजाही के लिए कवर्ड रास्तों को बनाया गया था. अब यह, अव्यवस्था, अतिक्रमण और बिना सोचे समझे किए गए निर्माण के कारण लगातार ढह रहा है.
उपराज्यपाल ने कहा कि नागरिक एजेंसियों की उपेक्षा से पूरे ऐतिहासिक परिसर ने अपना मूल डिजाइन खो दिया है और दुकानों के खतरनाक समूह में विकसित हो गया है. उन्होंने दुकानों और पार्किंग के रास्ते पर हो रहे अतिक्रमण के मुद्दे को भी उठाया. उन्होंने जर्जर होते ढांचे की तुरंत मरम्मत और उसके जीर्णोंद्धार कर उसे पुराने मूल स्वरूप में लाने और स्थानीय दुकानदारों और एमटीए के परामर्श से पार्किंग समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए.
बता दें कि कमला मार्केट का डिजाइन गोल मार्केट और कनाट प्लेस की तर्ज पर किया गया था, जिसका उद्घाटन देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने किया था. उपराज्यपाल का सामना यहां पर गंदगी, झूलते बिजली के तारों, टूटी दीवारें, अनाधिकृत रूप से मार्केट की छत पर बनाए स्टोरेज, खुले में पेशाब करने, बदहाल और मरम्मत को तरस रहे कवर्ड रास्तों से हुआ.