लखनऊ :इसदीपावली लखनऊ विकास प्राधिकरण लोगों के लिए खास तोहफा लेकर आया है. मोहान रोड योजना (एजुकेशन सिटी) में 500 प्लॉट त्यौहार पर लांच किए जाएंगे. 25 से 70 लाख रुपये के इन प्लॉट के आवंटन की प्रक्रिया दीपावली पर शुरू हो जाएगी. इस योजना में 785 एकड़ जमीन पर 2532 आवासीय भूखण्ड के साथ ग्रुप हाउसिंग के बड़े भूखण्ड नियोजित किए जाने हैं. जमीन अधिग्रहण किया जा चुका है और यह योजना अब धरातल पर उतरने वाली है.
चंडीगढ़ की तर्ज पर होगी प्लॉटिंग:लखनऊ विकास प्राधिकरण की मोहान रोड योजना (एजुकेशन सिटी) की लांचिंग का रास्ता साफ हो गया है. LDA की ओर से अफसरों ने ग्राम-प्यारेपुर में कैंप लगाकर किसानों से सहमति के आधार पर तीन माह पहले जमीन का अनुबंध कराना शुरू कर दिया था. अधिकांश किसानों ने प्राधिकरण को जमीन का कब्जा सौंप दिया है. इसी के साथ ही यहां 500 के करीब भूखंडों की दीपावली तक लांचिंग का रास्ता साफ हो गया है. यहां चंडीगढ़ की तर्ज पर प्लॉटिंग डेवलप की जाएगी ताकि, लोगों को बेहतरीन सुविधाएं मिल सकें. इसी के साथ ही संभावना जताई जा रही है कि यहां सबसे सस्ता प्लॉट 25 लाख रुपए तक उपलब्ध कराया जा सकता है. सबसे महंगे भूखंड 70 लाख रुपये के होंगे.
योजना से जुड़ी खास बातें
- योजना के पहले चरण में 500 प्लॉट की लांचिंग, 25 से 70 लाख रुपये कीमत.
- आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, एलडीए जल्द ही इस पर जानकारी साझा करेगा.
- कुल 785 एकड़ जमीन पर विकसित किए जाने हैं 2532 प्लॉट.
- एजुकेशन सिटी में स्कूल-कॉलेज से लेकर यूनिवर्सिटीज तक.
- प्रथम चरण में जारी किया गया है 225 करोड़ का टेंडर.
किसानों को बढ़ी दर दिया जा रहा मुआवजा:LDA वीसी प्रथमेश कुमार के मुताबिक मोहान रोड योजना के लिए काकोरी के ग्राम-प्यारेपुर व कलियाखेड़ा की कुल 785 एकड़ भूमि पूर्व में अर्जित की गई थी. इसमें प्यारेपुर के किसानों को कलियाखेड़ा की तुलना में कम मुआवजा मिला था, जिसे लेकर किसानों द्वारा आपत्ति जताई जा रही थी. तीन माह पहले हुई प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में ग्राम-प्यारेपुर के भू-स्वामियों के लिए प्रतिकर की दर बढ़ाने का प्रस्ताव पारित किया गया. जिसके आधार पर अब ग्राम-प्यारेपुर के किसानों को बढ़ी हुई दर के हिसाब से मुआवजा दिया जा रहा है. बताया कि प्राधिकरण के अधिकारियों व अभियंताओं द्वारा ग्राम-प्यारेपुर में कैंप लगाकर किसानों से वार्ता कर सहमति बनाई जा रही है. अब तक 15 किसानों ने अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर करके प्राधिकरण को अपनी जमीन का कब्जा दे दिया है. इसके अलावा कई अन्य किसान भी अनुबंध करने के लिए तैयार हो गए हैं. शीघ्र ही अर्जित भूमि पर भौतिक कब्जा लेते हुए योजना में सड़क, सीवर, जलापूर्ति, विद्युतीकरण व ड्रेनेज आदि का विकास कार्य शुरू करा दिया जाएगा.