मंडी: सियाचिन ग्लेशियर में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए मंडी के नवल किशोर का कल सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनके छोटे भाई ने उन्हें मुखाग्नि दी. नवल किशोर कोटली उपमंडल के जालौन गांव के रहने वाले थे.
इससे मंगलवार को दोपहर करीब दो बजे सेना के हेलिकॉप्टर के माध्यम से शहीद हवलदार नवल किशोर की पार्थिव देह चंडीगढ़ से मंडी स्थित हेलीपैड लाई गई. यहां पर आर्मी हेडक्वार्टर पालमपुर से आए सैनिकों, पूर्व सैनिकों, हिमाचल डिफेंस वूमेन ने तिरंगे में लिपटे शहीद को अंतिम श्रद्धाजंलि अर्पित की. प्रशासन की ओर से इस मौके पर एडीएम मंडी डॉ. मदन कुमार मौजूद रहे.
2017 में जैक राइफल में हुए थे भर्ती
शहीद का पार्थिव शरीर जैसे ही गांव पहुंचा लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए. पति की देह देख पत्नी श्वेता देवी बेसुध हो गईं. शहीद के माता-पिता, परिजनों समेत क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने शहीद नवल किशोर को नम आंखों से विदाई दी. बता दें कि सियाचिन ग्लेशियर में डयूटी के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण सैनिक नवल किशोर की मौत हुई है. नवल किशोर 2017 में जैक राइफल में भर्ती हुए थे. डेढ साल पहले ही नवल किशोर की शादी पुलिस में महिला कांस्टेबल श्वेता देवी से हुई थी. शहीद का छोटा भाई सुनील भी भारतीय सेना की 8 जैक राइफल में बतौर सैनिक तैनात है.