नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने सोमवार को 'सशक्त नारी-विकसित भारत' कार्यक्रम में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में 'नमो ड्रोन दीदियों' (namo drone didi) की तरफ से आयोजित कृषि ड्रोन प्रदर्शन भी देखा. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि, "आज देश में एक करोड़ से ज्यादा बहनें, पिछले दिनों अलग-अलग प्रयासों के कारण लखपती दीदी बन चुकी हैं. इस योजना के सकारात्मक असर को देखते हुए सरकार ने तीन करोड़ लखपति दीदी तैयार करने का निर्णय किया है.
छोटे से गांव से निकलर बनी लखपति दीदी:देशभर में कई अलग-अलग जगहों से नमो ड्रोन दीदियों ने एक साथ प्रदर्शन में हिस्सा लिया. राजस्थान के सीकर जिले की रहने वाली सुनीता सैन ने बताया कि वह ग्रामीण इलाके से आती हैं. लखपति दीदी बनने से पहले एक गृहणी थी. साल 2015 में एक राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन NRLM से जुड़ी. इसके बाद उन्होंने अपनी बीए तक की पढ़ाई पूरी की. जिसके बाद उनकी वह सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ ब्लॉक में कार्यरत हैं. बाकी महिलाओं को प्रशिक्षित कर रही हैं.
घर से नहीं निकल पाती है महिलाएं:राजस्थान के सीकर जिले से आए आरती ने बताया कि वह मूल रूप से राजस्थान की हैं वहां महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता. घर का कामकाज चौका बर्तन तक ही सीमित थे. लेकिन लखपति दीदी योजना के तहत सरकार द्वारा ट्रेनिंग और साथ ही आर्थिक सहायता लेकर खुद का काम शुरु किया और सालाना लाखों रुपए कमा रही हैं.