कोरबा: सरकार के मंत्री और जिले के अधिकारी शिक्षा का स्तर सुधारने के लाख दावे कर लें, लेकिन धरातल की तस्वीर कुछ और ही है. एक दिन पहले जिला शिक्षा अधिकारी टीपी उपाध्याय जिले में शिक्षा व्यवस्था का हाल जानने दौरे पर निकले थे. इस दौरान वह कोरबा ब्लॉक के शासकीय प्राथमिक स्कूल करूमौहा पहुंचे. उन्होंने देखा कि सुबह के 10.40 बज चुके है लेकिन स्कूल में पढ़ाई शुरू नहीं हुई. इसके अलावा हेडमास्टर भी स्कूल से गायब मिले. जिसके बाद बिना कोई सूचना दिए स्कूल से गायब रहने वाले हेडमास्टर से जवाब तलब किया गया.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : 4 hours ago
शिक्षा का हाल: स्कूल में नहीं मिले हेडमास्टर, DEO ने लिया ये एक्शन - Korba DEO Action
Education in Bad State in Korba, Korba DEO Notice To Headmaster एक तरफ सरकार बच्चों को अच्छी शिक्षा देने नई शिक्षा नीति, पीएमश्री स्कूल के जरिए बच्चों को पढ़ाई के लिए अच्छा वातावरण देने की कोशिश कर रही है तो दूसरी तरफ स्कूलों में बच्चों को शिक्षा देने वाले शिक्षक अपनी जिम्मेदारियों को ठीक से पूरा नहीं कर रहे हैं. कोरबा में ऐसा ही एक मामला देखने को मिला, जहां बच्चे तो स्कूल पहुंच रहे हैं लेकिन स्कूल को संभालने वाले हेडमास्टर ही गायब मिले.
बच्चे मौजूद शिक्षक गायब :इस मामले में शासकीय प्राथमिक शाला करूमौहा के प्रधान पाठक आनंद तिवारी को जिला शिक्षा अधिकारी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है. नोटिस जारी करते हुए कहा गया है कि सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी टीपी उपाध्याय ने विकासखंड कोरबा अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला करूमौहा का आकस्मिक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान शिक्षक आनंद तिवारी बिना सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित पाए गए. इसके अलावा स्कूल में पदस्थ टीचर्स डेली डायरी भी मेंटेन नहीं कर रहे हैं.
शिक्षकों की लापरवाही उजागर:डीईओ उपाध्याय ने बताया कि प्रधान पाठक का कृत्य शासकीय कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही, उदासीनता को प्रदर्शित करता है. जो छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है. इस संबंध में प्रधानपाठक को 3 दिन के अंदर अपना जवाब पेश करने को कहा गया है. जवाब संतोषपूर्ण नहीं होने पर प्रधान पाठक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी.