हजारीबागः इंडिया गठबंधन ने कांग्रेस नेता मुन्ना सिंह पर विश्वास जताते हुए हजारीबाग में से उन्हें उम्मीदवार बनाया है. उम्मीदवार बनाने के बाद उनके समर्थक और शुभचिंतकों में खुशी की लहर है. लोग एक दूसरे को बधाई भी दे रहे हैं. साथ ही इस चुनाव में कैसे दमदार जीत हो इसे लेकर चर्चा का बाजार भी गर्म हो गया है.
पिछले डेढ़ दशक से मुन्ना सिंह राजनीति में हैं और सक्रिय राजनीति पिछले एक दशक से कर रहे हैं. राजनीतिक जीवन की शुरूआत इन्होंने कांग्रेस से की थी. 2019 में टिकट नहीं मिलने के कारण इन्होंने जेवीएम से चुनाव लड़ा. 2021 में इन्होंने फिर से घर वापसी करते हुए कांग्रेस का दामन थामा. सामाजिक कार्यकर्ता के नाते मुन्ना सिंह की क्षेत्र में विशेष पहचान है और बानादाग कोल डंप में आंदोलन में अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर चुके हैं.
स्थानीय सदर प्रखंड के चानो निवासी मुन्ना सिंह के नाम एक सामाजिक टोली भी कार्य करती है. इस कारण क्षेत्र में सामाजिक कार्यों को लेकर मुन्ना सिंह की अलग पहचान है. टीम मुन्ना सिंह के नाम से सेवा कार्य किए जाते हैं. कोविड के दौरान मुन्ना सिंह ने निशुल्क मृतकों के लिए लकड़ी की व्यवस्था की थी. जिस कारण वे काफी चर्चा में रहे. मुन्ना सिंह जमीन कारोबारी के रूप में भी जाने जाते हैं. इसके अलावा उनका लकड़ी का भी व्यवसाय है. राज्य के बाहर भी उनका व्यवसाय फैला हुआ है.
हजारीबाग से लगभग दो दर्जन से अधिक दावेदारों ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी और अपना आवेदन दिया था. पिछले तीन दिनों से इस बात को लेकर हजारीबाग में चर्चा थी कि आखिर किस दावेदार पर कांग्रेस पार्टी विश्वास जताते हुए उम्मीदवार बनाएगी.
ईटीवी भारत से बात करते हुए मुन्ना सिंह ने कहा कि हजारीबाग में इस बार कांग्रेस भारी मतों से विजय होने जा रही है. समाज का हर एक वर्ग कांग्रेस पार्टी के साथ है. राज्य सरकार की कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चल रही हैं जो सरकार के जनकल्याणकारी सिद्धांत को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि हजारीबाग में एक विशेष पार्टी का किला कांग्रेस इस बार ढाहने वाली है.