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नवोदय विद्यालय के एडमिशन में फर्जीवाड़ा, फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर कई छात्रों ने ले लिया दाखिला - FRAUD IN NAVODAYA VIDYALAYA

पाकुड़ में नवोदय विद्यालय में एडमिशन के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. विभाग ने इसकी जांच शुरू कर दी है.

Navodaya Vidyalaya in Pakur
नवोदय विद्यालय बागशीशा (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : 5 hours ago

पाकुड़: सरकार और प्रशासन शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने और ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी प्रतिभाओं को निखारने के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध कराने में व्यस्त है, वहीं दूसरी ओर शिक्षा का मखौल उड़ाने वाले शिक्षा माफियाओं ने ऐसा खेल खेला है कि शिक्षा विभाग ही नहीं, बल्कि इसके अधिकारी भी असमंजस में हैं. पाकुड़ जिले के हिरणपुर प्रखंड के बागशीशा में संचालित जवाहर नवोदय विद्यालय में एक ऐसा ही फर्जीवाड़ा सामने आया है.

दरअसल, सत्र 2024-25 में जवाहर नवोदय विद्यालय बागशीशा में प्रवेश परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ और उसके बाद कई छात्रों ने विद्यालय में नामांकन भी कराया. नामांकित बच्चे पढ़ाई कर रहे थे और इस दौरान संदेह के आधार पर कुछ बच्चों के नामांकन के दौरान जमा किए गए दस्तावेजों की सत्यता की जांच शुरू हुई.

जानकारी देतीं जिला शिक्षा पदाधिकारी (ईटीवी भारत)

जांच के दौरान जो खुलासे हुए हैं, वह न केवल चौंकाने वाले हैं, बल्कि आश्चर्यजनक भी हैं, क्योंकि जवाहर नवोदय विद्यालय बागशीशा में बच्चों के अभिभावकों द्वारा जमा किए गए आधार कार्ड, आवास प्रमाण पत्र के साथ-साथ विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र भी फर्जी पाए गए, जिन पर प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी के हस्ताक्षर को भी संदिग्ध बताया जा रहा है.

जवाहर नवोदय विद्यालय बागशीशा के प्राचार्य अवधेश कुमार द्वारा 10 छात्रों द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों के सत्यापन को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी को लिखे गए पत्र के बाद शिक्षा विभाग में खलबली मच गयी है. खलबली इसलिए भी है क्योंकि नामांकन के दौरान जमा किए गए विद्यालय स्थानांतरण प्रमाण पत्र में न सिर्फ विद्यालय के प्रधानाध्यापक समेत संबंधित प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ही नहीं बल्कि जिला शिक्षा पदाधिकारी का भी हस्ताक्षर संदिग्ध है.

जिन विद्यालयों के नाम पर छात्रों के फर्जी स्थानांतरण प्रमाण पत्र व अन्य कागजात की जांच शुरू की गई है, उनमें हिरणपुर प्रखंड का उत्क्रमित मध्य विद्यालय दलदली, उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय जामपुर, लिट्टीपाड़ा प्रखंड का उत्क्रमित मध्य विद्यालय डुमरिया, संग्रामपुर व अमड़ापाड़ा प्रखंड का मध्य विद्यालय कोलखीपाड़ा तथा प्राथमिक विद्यालय कोल टोला शामिल हैं. शिक्षा विभाग ने अपने स्तर पर जांच कराई है, लेकिन अब तक न तो अभिभावकों का और न ही बच्चों का कोई सुराग मिल पाया है, क्योंकि कागजात ही फर्जी हैं.

बहरहाल, जवाहर नवोदय विद्यालय बागशीशा में नामांकन के नाम पर हुए फर्जीवाड़े से शिक्षा विभाग के अधिकारी सकते में हैं. नामांकन के नाम पर हुए फर्जीवाड़े के संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी अनिता पूर्ति ने बताया कि नवोदय विद्यालय के प्राचार्य द्वारा दी गई सूचना के बाद प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी द्वारा जांच कराई गई तो दस्तावेज फर्जी पाए गए. उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम भी उठाए जाएंगे.

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दरअसल, सत्र 2024-25 में जवाहर नवोदय विद्यालय बागशीशा में प्रवेश परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ और उसके बाद कई छात्रों ने विद्यालय में नामांकन भी कराया. नामांकित बच्चे पढ़ाई कर रहे थे और इस दौरान संदेह के आधार पर कुछ बच्चों के नामांकन के दौरान जमा किए गए दस्तावेजों की सत्यता की जांच शुरू हुई.

जानकारी देतीं जिला शिक्षा पदाधिकारी (ईटीवी भारत)

जांच के दौरान जो खुलासे हुए हैं, वह न केवल चौंकाने वाले हैं, बल्कि आश्चर्यजनक भी हैं, क्योंकि जवाहर नवोदय विद्यालय बागशीशा में बच्चों के अभिभावकों द्वारा जमा किए गए आधार कार्ड, आवास प्रमाण पत्र के साथ-साथ विद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र भी फर्जी पाए गए, जिन पर प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी के हस्ताक्षर को भी संदिग्ध बताया जा रहा है.

जवाहर नवोदय विद्यालय बागशीशा के प्राचार्य अवधेश कुमार द्वारा 10 छात्रों द्वारा जमा किए गए दस्तावेजों के सत्यापन को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी को लिखे गए पत्र के बाद शिक्षा विभाग में खलबली मच गयी है. खलबली इसलिए भी है क्योंकि नामांकन के दौरान जमा किए गए विद्यालय स्थानांतरण प्रमाण पत्र में न सिर्फ विद्यालय के प्रधानाध्यापक समेत संबंधित प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ही नहीं बल्कि जिला शिक्षा पदाधिकारी का भी हस्ताक्षर संदिग्ध है.

जिन विद्यालयों के नाम पर छात्रों के फर्जी स्थानांतरण प्रमाण पत्र व अन्य कागजात की जांच शुरू की गई है, उनमें हिरणपुर प्रखंड का उत्क्रमित मध्य विद्यालय दलदली, उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय जामपुर, लिट्टीपाड़ा प्रखंड का उत्क्रमित मध्य विद्यालय डुमरिया, संग्रामपुर व अमड़ापाड़ा प्रखंड का मध्य विद्यालय कोलखीपाड़ा तथा प्राथमिक विद्यालय कोल टोला शामिल हैं. शिक्षा विभाग ने अपने स्तर पर जांच कराई है, लेकिन अब तक न तो अभिभावकों का और न ही बच्चों का कोई सुराग मिल पाया है, क्योंकि कागजात ही फर्जी हैं.

बहरहाल, जवाहर नवोदय विद्यालय बागशीशा में नामांकन के नाम पर हुए फर्जीवाड़े से शिक्षा विभाग के अधिकारी सकते में हैं. नामांकन के नाम पर हुए फर्जीवाड़े के संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी अनिता पूर्ति ने बताया कि नवोदय विद्यालय के प्राचार्य द्वारा दी गई सूचना के बाद प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी द्वारा जांच कराई गई तो दस्तावेज फर्जी पाए गए. उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम भी उठाए जाएंगे.

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