रायपुर:रबी फसल चक्र में गेहूं प्रमुख फसल मानी गई है. गेहूं की ऐसी कौन कौन सी किस्में हैं?. जिसकी जानकारी होने पर प्रदेश के किसान गेहूं की खेती से अच्छा लाभ कमा सकते हैं. इसके साथ ही गेहूं की खेती करते समय प्रदेश के किसानों को कुछ खास बातों का ध्यान रखने के साथ ही सावधानी भी बरतनी चाहिए. छत्तीसगढ़ में रबी की फसल में गेहूं एक प्रमुख फसल के रूप में जानी जाती है.
खेती के समय इन बातों का रखें ध्यान: छत्तीसगढ़ में गेहूं की फसल के बारे में महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुल सचिव आरएल खरे ने जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि रबी फसल में प्रदेश में अगर गेहूं की खेती किसान करते हैं तो कुछ खास बातों का ध्यान रखना होता है. जल्द, मध्यम और देर वाली किस्मों के गेहूं की खेती करते समय किस्म काफी महत्व रखता है. गेहूं की खेती करते समय किसानों को इस बात का विशेष ध्यान रखना होता है कि पानी का प्रबंधन भी जरूरी हो जाता है. गेहूं की बोनी करने के बाद 21 दिनों के बाद गेहूं को पानी देने पर इसका उत्पादन भी अधिक होता है. गेहूं की किस्म में शरबती गेहूं बहुत अच्छी होती है. स्वाद के साथ ही ज्यादातर लोग शरबती गेहूं का सेवन करते हैं.
1 अक्टूबर से रबी फसल लगाने का मौसम भी शुरू हो जाएगा. इसके लिए किसानों को तैयारी जरूरी होती है. अभी कई खेतों में धान की फसल लगी हुई है. धान फसल की कटाई के पहले ही किसानों को गेहूं की किस्म का चयन करना भी आवश्यक है, जिस जगह पर पानी पर्याप्त मात्रा में है, वहां पर सिंचित किस्म के गेहूं की बोनी की जाए और जो जगह असंचित किस्म की है. वहां पर असिंचित किस्म के गेहूं की खेती की जाे -आरएल खरे, कुल सचिव, महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय