बेमेतरा: पथर्रा में इथेनॉल प्लांट के विरोध में बिना अनुमति के पिछले 100 दिनों से ज्यादा समय से गांव वालों का धरना प्रदर्शन जारी है. इथेनॉल फैक्ट्री के विरोध में बैठे 12 ग्रामीणों को बेमेतरा सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया.
100 दिनों से जारी है धरना प्रदर्शन: बेमेतरा जिला के पथर्रा में इथेनॉल प्लांट बनकर तैयार हो गया है. बहुत जल्द इसे शुरू करने की तैयारी है. प्लांट खोलने के संबंध में सभी प्रकिया पूरी कर ली गई है. लेकिन कई गांवों के ग्रामीण इथेनॉल प्लांट के विरोध में हैं. ग्रामीणों क कहना है कि प्लांट लगने से आसपास गांव में रहने वाले बच्चों और बुजुर्गों पर हानिकारक असर पड़ेगा. इसी का हवाला देकर ग्रामीण 3 महीने से ज्यादा समय से आंदोलन कर रहे हैं. प्लांट के पास ही ग्रामीण तंबू गाड़कर बैठ गए हैं.
12 ग्रामीण गिरफ्तार, 10 को भेजा जेल: 100 दिनों से ज्यादा दिनों से जारी धरना प्रदर्शन को बंद कराने गुरुवार सुबह से ही जिले की पुलिस फोर्स पथर्रा में लगा दी गई. बेमेतरा के अपर कलेक्टर प्रकाश भारद्वाज, एडिशनल एसपी ज्योति सिंह और तहसीलदार आशुतोष गुप्ता पथर्रा पहुंचे. धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों से बातचीत कर धरना प्रदर्शन समाप्त करने की अपील की गई. लेकिन ग्रामीण नहीं माने. जिसके बाद 12 ग्रामीणों को प्रतिबंधात्मक धारा के तहत गिरफ्तार कर अस्थायी जेल में रखा गया है.
अपर कलेक्टर का दावा, ग्रामीणों ने भी मानी प्रशासन की बात: : मीडिया से बातचीत करते हुए बेमेतरा के अपर कलेक्टर प्रकाश भारद्वाज ने बताया कि ग्रामीणों ने इथेनॉल फैक्ट्री के मार्ग को बंद कर दिया था. जिन्हें तहसीलदार और मौजूद अधिकारियों ने समझा कर रास्ते से हटने की अपील की. लेकिन ग्रामीण नहीं माने. जिसके बाद 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया. जिसमें बच्चे, महिला और बुजुर्ग शामिल नहीं है. गिरफ्तार लोगों को बेमेतरा एसडीएम न्यायालय में पेश किया गया. जहां 2 ग्रामीणों को जमानत पर रिहा किया गया. 10 ग्रामीणों को जेल भेज दिया गया है.