नई दिल्ली/गाजियाबाद:ऐसी मान्यता है कि भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए एकदशी व्रत सबसे अधिक सरल और प्रभावी व्रत है. हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को विजया एकादशी कहते हैं. इस एकादशी का व्रत करने से शत्रुओं पर विजय की प्राप्ति होती है. साथ ही इस दिन व्रत रखने और सच्चे मन से पूजा अर्चना करने से संकटों से मुक्ति मिलती है.
इस बार विजया एकादशी व्रत बुधवार, छह मार्च को मनाया जाएगा. कहा जा रहा है कि इस दिन व्रत करने से भगवान विष्णु की कृपा से सभी कार्य संपन्न होते हैं. विजया का अर्थ है शत्रु पर विजय हासिल करना. यदि संकट की स्थिति बन रही हो और शत्रु हावी हो रहा हो तो ऐसी परिस्थितियों में विजया एकादशी का व्रत शत्रु पर विजय दिलाता है. पौराणिक कथाओं में इस बात का वर्णन है कि प्राचीन काल में कई राजाओं ने विजया एकादशी के प्रभाव से अपनी पराजय को विजय में बदला था. स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने युधिष्ठिर को विजया एकादशी व्रत का महत्व बताते हुए कहा था कि भगवान राम ने लंका पर विजय हासिल करने के लिए विजया एकादशी का व्रत किया था.
विजया एकादशी शुभ मुहूर्त
- विजया एकादशी तिथि बुधवार, 6 मार्च, 2024 6:31 बजे प्रारंभ होगी.
- विजया एकादशी तिथि गुरुवार, 7 मार्च, 2024 सुबह 4:13 बजे समाप्त होगी.
- उदय तिथि के अनुसार एकादशी का व्रत 6 मार्च को रखा जाएगा.