धनबाद:जिले के राजनीतिक गलियारों की 2024 में विशेष चर्चा हुई. क्योंकि लोकसभा और विधानसभा दोनों चुनाव इसी साल हुए. लगातार तीन बार विधायक और सांसद रहे पीएन सिंह को भाजपा ने इस बार हटाते हुए बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो पर अपना भरोसा जताया और पार्टी की उम्मीद पर वह बिल्कुल खरा उतरे.
हालांकि सांसद प्रत्याशी के रूप में नाम आने के बाद ढुल्लू महतो को लेकर पार्टी के अंदर घमासान मच गया था. विधायक राज सिन्हा और उनके समर्थकों के द्वारा ढुल्लू महतो के विरोध पर पार्टी ने एक्शन भी लिया था. चुनाव के दौरान भाजपा और कांग्रेस के बड़े नेताओं का धनबाद में आना हुआ.
अब बात करते हैं धनबाद के प्रमुख घटनाक्रम की
29 नवंबर:बंगाल से आने वाले आलू लोड वाहनों को पश्चिम बंगाल और झारखंड की सीमा डिबुडीह चेक पोस्ट पर रोक दिया गया था. ऐसे में आलू की कीमतों में काफी वृद्धि देखी गई थी. जिसके बाद झारखंड और बिहार में आलू को लेकर काफी बवाल मच गया था.
12 नवंबर:झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान अभिनेता और बीजेपी नेता मिथुन चक्रवर्तीजिले के निरसा विधानसभा में बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में रैली कर रहे थे. इस दौरान सुरक्षा की कमी की वजह से भीड़ स्टेज तक पहुंच गई थी. जिसके बाद लोग सेल्फी के लिए स्टेज पर चढ़ गए थे. इसी का फायदा उठा कर किसी ने मिथुन चक्रवर्ती की पर्स ही चुरा ली थी. जो काफी सुर्खियों में रहा.
8 अक्टूबर:रांची के कांके जमीन घोटाला मामले में धनबाद डीटीओ दिवाकर सी द्विवेदी के आवास पर ईडी ने छापेमारी की थी. जमीन घोटाला की जांच कर रहे ईडी को मैनेज करने के लिए कांके व नामकुम सीओ के अलावा धनबाद डीटीओ पर 5.71 करोड़ रुपए में मैनेज करने का आरोप लगा था. जमीन कारोबारी संजीव कुमार पांडे ने पंडरा ओपी में वकील सुजीत कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.
5 अक्टूबर:यूपी के एक दलित छात्र अतुल समय से फी जमा नहीं कर सका था. जिस कारण IIT ISM में एडमिशन नहीं हो सका था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दलित छात्र अतुल का नामांकन आईआईटी आईएसएम में हुआ.
20 सितंबर:पश्चिम बंगाल में डीवीसी द्वारा मैथन व पंचेत डैम से अधिक मात्रा में पानी छोड़े जाने से बंगाल के कई इलाकों में बाढ़ आ गया था. हालात को देखते हुए बंगाल सरकार ने झारखंड सीमा के डीबूडीह चेकपोस्ट (बंगाल क्षेत्र) पर बैरिकेडिंग कर मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर तीन दिनों के लिए रोक लगा दी थी. जिसके बाद बंगाल से झारखंड में आने वालो वाहनों को भी रोक दिया गया था.
3 सितंबर: 2016 में हुए एनआरएचएम घोटाले की जांच कर रहे ईडी ने धनबाद में बड़ी करवाई की थी. एनआरएचएम घोटाले के मुख्य आरोपी प्रमोद सिंह के सहयोगी नगर स्थित आवास पर ईडी ने छापेमारी की थी. छापेमारी के बाद आवास को ही ईडी ने सील कर दिया था. प्रमोद सिंह और उनके परिजनों की 1.63 करोड़ की संपत्ति ईडी ने जब्त की थी.
28 अगस्त:पटना और धनबाद के प्रधान आयकर आयुक्त डॉ संतोष कुमार को भ्रष्टाचार के आरोप में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. सीबीआइ दिल्ली की टीम ने भ्रष्टाचार के आरोप में पटना के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त डॉ संतोष कुमार सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. इन सभी अभियुक्तों को 28 अगस्त को पटना में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किया गया था. संतोष कुमार पर असेसमेंट के दौरान अपने पद का दुरुपयोग करते हुए करदाताओं को अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप है.
छापेमारी के दौरान निवेश और संपत्ति आदि से संबंधित दस्तावेज मिले थे. सीबीआई ने संतोष कुमार को 10 लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था. पद का दुरुपयोग कर करदाताओं को अनुचित लाभ पहुंचाने के बदले पैसों के लेनदेन के आरोप में धनबाद, पटना और नोएडा के कुल 21 ठिकानों पर छापा मारा था. इस दौरान मिले दस्तावेज सहित लेनदेन के आरोपों के मद्देनजर 27 अगस्त को पटना से संतोष कुमार और राजीव कुमार और धनबाद से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
29 जुलाई:झारखंड सरकार के पूर्व नगर सह जनता मजदूर संघ के महामंत्री बच्चा सिंह का निधन हो गया. कोयलांचल के मसीहा कहे जाने वाले सूर्यदेव सिंह के बच्चा सिंह छोटे भाई थे. सूर्यदेव सिंह की मौत के बाद ही पूरा परिवार मानो तितर बितर हो गया. बच्चा सिंह झरिया विधानसभा सीट से विधायक रहे.
31 जुलाईः बीसीसीएल पीबी एरिया अंतर्गत पुटकी कोलियरी में कार्यरत कोलियरी इंजीनियर प्रवीण कुमार को उनके आवास में सीबीआई ने घुस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया.
5 जुलाई:NEET यूजी प्रश्न पत्र लीक मामले में सीबीआई की टीम ने धनबाद से दो लोग बंटी सिंह और अमन सिंह को गिरफ्तार किया.
25 जुलाईः केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी धनबाद पहुंचे. कोयला मंत्री ने बीसीसीएल की परियोजनाओं के साथ ही अग्नि प्रभावित और भू-धंसान क्षेत्र का दौरा किया .
16 जुलाई:धनबाद पुलिस ने मोस्ट वांडेट नक्सली व एक करोड़ रुपए के इनामी प्रयाग मांझी उर्फ विवेक की पत्नी जया को गिरफ्तार किया. वो दो दिन से धनबाद सदर थाना क्षेत्र के नावाडीह क्षेत्र में स्थित एक अस्पताल में इलाज कराने पहुंची थी. प्रयाग मांझी को झारखंड के साथ-साथ कई राज्यों की पुलिस वर्षों से ढूंढ़ रही थी. प्रयाग मांझी टुंडी थाना क्षेत्र के धनबाद-गिरिडीह जिले के सीमावर्ती गांव दलुगोड़ा का रहने वाला है.
4 जुलाई:कोयला कारोबारी प्रमोद सिंह के कई ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की. पूर्व में स्वास्थ्य विभाग में संविदा कर्मी रहते प्रमोद सिंह पर करोड़ों के घोटाले का आरोप था. सरकार के संयुक्त सचिव विद्यानंद शर्मा पंकज ने इस संबंध में पूर्व सिविल सर्जन डा. शशि भूषण सिंह को 15 अक्टूबर 2021 तक विभाग के समक्ष प्रस्तुत होकर स्पष्टीकरण का जवाब देने को कहा था.
उन्होंने चेतावनी दी थी कि यदि वे समय पर नहीं आते हैं तो उनके खिलाफ झारखंड पेंशन नियमावली के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. एनआरएचएम घोटाला 2016 में सामने आया था. इसके बाद 2019 से एसीबी ने जांच शुरू की थी. मुख्य आरोपी प्रमोद सिंह के साथ एसीबी ने दो पूर्व सिविल सर्जन समेत 10 कर्मियों को आरोपी बनाकर 2019 में केस किया.
8 अप्रैल:जिले के चूहे अब नशेड़ी हो गए हैं, उन्हें मादक पदार्थों की लत लग गई है'. यह मामला काफी सुर्खियों में रहा है. 9 किलो गांजा और दस किलो भांग चूहों ने साफ कर दिया था. पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में न्यायालय को बताया था कि एनडीपीएस के तहत जब्त 9 किलो गांजा और 10 किलो भांग को चूहों ने खत्म कर दिया है. चूहों के इस कृत्य के लिए थाना में एक अलग से सनहा भी दर्ज किया गया है.