पलामूः झारखंड सरकार के पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री केएन त्रिपाठी ने कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र से गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. केएन त्रिपाठी ने दो सेटों में अपना पर्चा भरा है, जिसमें केएन त्रिपाठी ने खुद को इंडियन नेशनल कांग्रेस का प्रत्याशी बताया है. लेकिन हैरानी की बात ये है कि कांग्रेस पार्टी के द्वारा अब तक डालटनगंज सीट पर प्रत्याशी की आधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है.
नामांकन करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए केएम त्रिपाठी ने कहा है कि डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र में पिछले 10 वर्षों के हालात को मुद्दा बनाकर वे चुनाव लड़ रहे हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में कई ऐसी समस्याएं हैं, जिनका समाधान होना जरूरी है.
नामांकन के बाद केएन त्रिपाठी ने मेदिनीनगर के आईटीआई कॉलेज के मैदान में बाद जनसभा का आयोजन किया और अपनी ताकत भी दिखाई. केएन त्रिपाठी के नामांकन को लेकर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष जैश रंजन पाठक उर्फ बिट्टू पाठक ने कहा है कि पार्टी की तरफ से आधिकारिक तौर पर प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई है. इस मामले में पार्टी की ओर से कार्रवाई भी किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि ये अनुशासनहीनता का मामला बनता है.
यहां बता दें कि इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस ने डालटनगंज, छतरपुर से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. इसके बाद में बिश्रामपुर सीट पर भी कांग्रेस ने चुनाव लड़ने की बात कही थी. इस ऊहापोह की स्थिति के बाद अब तक कांग्रेस पार्टी 21 प्रत्याशियों की लिस्ट ही जारी की है. जिसमें पलामू जिला के किसी भी विधानसभा सीट का जिक्र नहीं है. ऐसे में केएन त्रिपाठी द्वारा खुद को डालटनगंज सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बताकर नामांकन करने की कहां तक जाएगी. ये तो आने वाले समय में ही पता चल पाएगा. बता दें कि केएन त्रिपाठी चतरा लोक सभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर इंडिया ब्लॉक के प्रत्याशी भी रहे लेकिन वे चुनाव हार गये.
कांग्रेस पार्टी द्वारा बिना घोषणा के प्रत्याशी बनने का दूसरा मामला पांकी विधानसभा सीट पर देखने को मिला. जहां पूर्व विधायक देवेंद्र कुमार सिंह उर्फ बिट्टू सिंह ने भी कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन किया है. एक सेट उन्होंने खुद को कांग्रेस प्रत्याशी बताया है जबकि दूसरे सेट में उन्होंने खुद को निर्दलीय बताया है. पांकी विधानसभा के लिए भी कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर प्रत्याशी की घोषणा नहीं किया है.