नई दिल्ली: दिल्ली सरकार का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को समाप्त होने वाला है. इससे पहले ही आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है. अपनी जगह वह किसे मुख्यमंत्री बनाएंगे, इस पर मंथन शुरू हो चुका है. उधर, जिस तरह कार्यकर्ताओं से संवाद के दौरान केजरीवाल ने समय से पहले दिल्ली में विधानसभा चुनाव कराने की अपील की है, ऐसे में सियासी गलियारे में चर्चा शुरू हो गई है कि क्या दिल्ली में भी महाराष्ट्र और झारखंड के साथ ही विधानसभा चुनाव होंगे?
हालांकि, चुनाव केंद्र की मर्जी पर निर्भर करता है. केंद्र के आदेश पर ही चुनाव आयोग दिल्ली में समय से पहले चुनाव की घोषणा कर सकता है. इसके लिए AAP को पहले विधानसभा भंग कर नए विधानसभा गठन की सिफारिश उपराज्यपाल से करनी होगी. राज्य निर्वाचन आयोग के कमिश्नर रहे विजय देव के अनुसार, समय से पहले चुनाव संभव है, लेकिन यह पूरी तरह से चुनाव आयोग पर निर्भर करता है. इसके लिए सत्तारूढ़ राजनीति दल को कैबिनेट बैठक बुलानी होती है और उपराज्यपाल को विधानसभा भंग करने और अगली विधानसभा के गठन की प्रक्रिया शुरू करने की सिफारिश करनी होगी.
चुनाव पहले कराने के लिए आयोग को करना होगा पूरा आकलनःउन्होंने बताया कि इसके अलावा चुनाव आयोग को कई अन्य पहलुओं पर भी विचार करना होगा. जैसे वोटर लिस्ट तैयार है या नहीं, चुनाव के दौरान पर्याप्त पुलिस वालों की उपलब्धता, पैरा मिलिट्री फोर्स उपलब्ध है या नहीं? इसके अलावा चुनाव में खर्च होने वाली धनराशि की स्थिति का भी आकलन होता है. मौजूदा स्थितियों में उपयुक्त सभी कुछ तय होने के बाद ही चुनाव समय से पहले कराया जा सकते हैं.
24 दिसंबर तक अपडेट होना है वोटर लिस्टःपिछले दिनों ही भारत के निर्वाचन आयोग के आदेशों के बाद दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की तरफ से दिल्ली की वोटर लिस्ट को अपडेट करने के लिए एक पूरा शेड्यूल जारी किया था. साथ ही दिल्ली के लोगों के लिए एक अपील भी जारी की गई है, जिसमें वोटर लिस्ट बनवाने से लेकर, कटवाने, संशोधन करवाने और खास तौर पर 1 जनवरी, 2025 को 18 साल के होने वाले युवाओं को भी वोटर लिस्ट में अपना नाम रजिस्टर्ड करने की विशेष अपील की गई है.