कौशाम्बी : एसटीएफ और कौशाम्बी जिले के मंझनपुर थाना की पुलिस की संयुक्त टीम ने मेट्रोमोनियल वेबसाइट बनाकर युवतियों को ठगने वाले बंटी-बबली को सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया है. एसटीएफ और पुलिस ने पति-पत्नी को प्रयागराज के कल्याणी देवी मोहल्ले से गिरफ्तार किए गया है. दोनों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित था. मंझनपुर और पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र की रहने वाली युवतियों ने कुछ माह पहले पति-पत्नी पर ठगी का मुकदमा दर्ज करवाया था. मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी फरार चल रहे थे.
पश्चिम शरीरा और कोखराज थाना क्षेत्र की रहने वाली युवतियों ने पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव को शिकायती पत्र देते हुए बताया था कि मेट्रोमोनियल वेबसाइट बना कर युवतियों से ठगी की जा रही है. शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसपी ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई का निर्देश दिया था. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. अश्वनी कुमार वैश्य और उसकी पत्नी रीतू वैश्य फर्जी शादी डट कॉम साइड बना कर युवक और युवतियों के साथ ठगी की जा रही थी. इस मामले में पुलिस ने जीतू यादव और अमित कुमार गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. जीतू खुद को जज का बेटा बताता था. वहीं अमित फैक्ट्री का मालिक बता कर ठगी में शामिल था, लेकिन मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर थे. इस पर पुलिस ने फरार पति-पत्नी पर 25-25 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया.
एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक सोमवार देर रात एसटीएफ को सूचना मिली थी कि थाना पश्चिम शरीरा और मंझनपुर में दर्ज दो मुकदमों में वांछित रहे चल रहे 25-25 हजार के इनामी अभियुक्त अश्वनी कुमार वैश्य व उसकी पत्नी रीतू वैश्य उर्फ रीतू यादव कल्याणी देवी पार्क थाना अतरसुइया के पास टहलने आते हैं. इस पर थाना कोतवाली मंझनपुर व साइबर थाना कौशाम्बी को अवगत कराते हुए बुलाया गया. इसके बाद दोनों वांछितों को गिरफ्तार कर लिया गया. अभियुक्तों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह दोनों पति-पत्नी हैं. वह फर्जी फर्जी मेट्रोमोनियल आईडी बनाकर शादी के लिए युवक-युवतियों से संपर्क करते थे. फर्जी नाम पते पर सिम खरीदकर इस माध्यम से जुड़े लोगों से कई महीनों तक बात करते थे और इस दौरान उनसे पैसे, जेवरात आदि की मांग करते थे. जब उनसे पैसा एवं जेवरात आदि मिल जाता था तो मोबाइल बंद कर देते थे और सिम फेंक देते थे.