रूस में फंसे बेटे को वतन लाने की गुहार लगाता पिता. कासगंज: यूपी के कासगंज का रहने वाला युवक एक एजेंट के जरिए हेल्पर की नौकरी लेने रूस पहुंच गया. लेकिन युवक के पिता का आरोप है कि उसके बेटे ने ढाई महीने पहले फोन पर बताया कि उसे यहां लाकर हेल्पर की नौकरी न देकर आर्मी में भर्ती करा दिया गया. इसके बाद यूक्रेन (Russia Ukraine War) से युद्ध में उतार दिया. पिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उसके बेटे को वापस लाने की गुहार लगाई है.
कासगंज जिले के गंजडुंडवारा कस्बे के रहने वाले अशरफ हुसैन ने बताया कि मेरा बेटा अरबाब हुसैन पिछले वर्ष 11 नवंबर 2023 को बाबा ब्लॉग नाम की एजेंसी के जरिए हेल्पर की नौकरी के लिए रूस के शहर मॉस्को गया था. लेकिन, कुछ माह पूर्व अरबाब हुसैन का फोन आया तो उसने बताया कि मुझे यहां हेल्पर की नौकरी न देकर सेना में भर्ती करा दिया गया है. जब विरोध किया तो पासपोर्ट और वीजा छीन लिया गया. राशियन भाषा के किसी कागज पर साइन करा लिए.
पिता अशरफ हुसैन ने बताया कि बेटे को युद्ध में भी उतार दिया, जिसमें वह घायल हो गया है. बेटे को रूस भेजने के लिए उसने बैंक से 3 लाख रुपए का लोन भी लिया था. मेरे बेटे ने 3 लाख 80 हजार रुपए बाबा ब्लॉक एजेंसी को दिए थे. उन्होंने कहा था कि तुम्हारी नौकरी रूस में हेल्परी के लिए लगेगी. इसका मोटा पैसा मिलेगा. लेकिन, उसके बेटे को रूस का सैनिक बना दिया है.
बताया जा रहा है कि रूस की प्राइवेट आर्मी जिसका नाम वेगनर है, उसी में सैनिक बना दिया गया है. वीजा पासपोर्ट जब्त कर लिया है. बताया जा रहा है कि बेटे से कई दिनों से बात नहीं हो पा रही है, जिसकी वजह से पिता भाई और बहन का रो रोकर बुरा हाल है. पीड़ित पिता अशरफ हुसैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके बेटे को वतन वापस लाने की गुहार लगाई है.
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