नई दिल्ली/गाजियाबाद: सोमवार, 22 जुलाई 2024 से श्रावण मास की शुरुआत हो चुकी है. प्रत्येक महीने में दो एकादशी व्रत पड़ने हैं. सावन मास में कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की एकादशी व्रत पड़ रहे हैं. श्रावण महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को कामिका एकादशी के नाम से जाना जाता है. श्रावण मास बेहद शुभ माना गया है. ऐसे में श्रावण मास में पड़ने वाली एकादशी का विशेष धार्मिक महत्व है. बुधवार 31 जुलाई 2024 को कामिका एकादशी का व्रत रखा जाएगा.
आध्यात्मिक गुरु और ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा के मुताबिक कामिका एकादशी सभी ईच्छाओं और कामनाओं को पूर्ण करने वाली एकादशी है. कामिका एकादशी सर्वार्थ सिद्धि योग में मनाई जाएगी. कामिका एकादशी के दिन भगवान विष्णु के साथ मां तुलसी की पूजा करने का विधान है. कामिका एकादशी का व्रत रखने से भगवान विष्णु सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. इस व्रत को करने से सभी प्रकार के पाप और कष्टों से मुक्ति मिलती है और भगवान विष्णु के आशीर्वाद की प्राप्ति होती है. साथ ही जीवन में आर्थिक सफलता का स्थाई वास होता है. घर में अन्न और धन की कभी कमी नहीं होती. अपने समर्थ के अनुसार इस दिन गरीबों को जरूर दान करें.
० शुभ मुहूर्त
- कामिका एकादशी प्रारंभ: मंगलवार, 30 जुलाई 2024 को शाम 4:44 बजे से प्रारंभ होगी.
- कामिका एकादशी समाप्त: बुधवार, 31 जुलाई 2024 को 3:55 बजे पर समाप्त होगी.
- कामिका एकादशी व्रत पारण का समय: गुरुवार, 1 अगस्त 2024 को सुबह 5:42 बजे से 8:24 बजे तक.
- उदयातिथि के अनुसार बुधवार, 31 जुलाई 2024 को कमी का एकादशी का व्रत रखा जाएगा.
पूजा की विधि