इंदौर।नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय हमेशा अपने बयानों से चर्चा में रहते हैं. कभी-कभी वह पार्टी और सरकार की लाइन से हटकर बयानबाजी कर देते हैं, हालांकि उनका ये अंदाज हकीकत से काफी वास्ता रखता है. एक बार फिर उन्होंने इशारों-इशारों में बिना नाम लिए लाड़ली बहना जैसी योजनाओं पर अपनी बेबाक राय रखी. इन योजनाओं से उन्होंने राज्य पर पड़ रहे वित्तीय भार की ओर इशारा करते हुए कहा "कुछ सरकारें सिर्फ लोकप्रियता के लिए ऐसे फैसले लेती हैं लेकिन सिर्फ कुर्सी प्राप्त करने के लिए हमें राज्य के कपड़े नहीं उतारना चाहिए."
पहली बार किसी मंत्री ने मुफ्त की योजनाओं पर तंज कसा
विजयवर्गीय ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा "दुखद पहलू यह है कि ऐसी योजनाओं का राज्य के एक वर्ग विशेष को विरोध करना चाहिए, लेकिन लोग रिएक्ट ही नहीं करते. यह समाज और देश के लिए चिंता का विषय है." माना जा रहा है कि जिन योजनाओं के कारण राज्यों पर अधिकतम वित्तीय भार पड़ रहा है उनका विरोध करने के लिए विजयवर्गीय ने आयकर दाताओं को इशारों-इशारों में यह संदेश दिया है. दरअसल, मध्य प्रदेश में यह पहला मौका है जब राज्य के किसी मंत्री ने स्पष्ट तौर पर वित्तीय संकट गहराने के पहले ही लोकहित के नाम पर की गई एक बड़ी घोषणा का बिना नाम लिए विरोध किया है.
ALSO READ: |