रांचीः जेएसएससी सीजीएल परीक्षा पेपर लीक की पूरी साजिश बिहार की राजधानी पटना में रची गई थी. इसमें झारखंड विधानसभा के अवर सचिव मोहम्मद शमीम और उसके दो बेटों के साथ-साथ कई और लोग शामिल थे. मिली जानकारी के अनुसार प्रश्न पत्र लीक मामले में रांची पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अन्य चार लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है.
बिहार में बैठकर तैयार किया गया था प्लान
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रश्न पत्र लीक करने में बिहार का एक बड़ा गिरोह शामिल है. यह गिरोह अक्सर प्रश्न पत्र लीक कर कई प्रतियोगी परीक्षाओं को प्रभावित करता रहा है. जानकारी के अनुसार मामले की जांच कर रही एसआईटी झारखंड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2023 (जेएसएससी) का प्रश्न पत्र लीक मामले में बिहार कनेक्शन के बिल्कुल करीब पहुंच चुकी है. प्रश्न पत्र लीक मामले में बिहार के कई सरकारी अधिकारी के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है. रांची पुलिस की दो टीमें अभी भी पटना में मौजूद हैं.
पटना में करायी गई थी परीक्षा की तैयारी
जांच में यह बात सामने आ चुकी है कि झारखंड विधानसभा के अवर सचिव मो शामीम ने एक अभ्यार्थी पवन कुमार को 25 जनवरी की रात पटना भेजा था. अवर सचिव ने उसे एक मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया था. कहा गया था कि पटना स्टेशन पहुंचकर वह उस मोबाइल नंबर पर बात करे. 26 जनवरी की सुबह पवन पटना स्टेशन पहुंचा और उपलब्ध कराए गए मोबाइल नंबर से संपर्क किया. बात होने के बाद मोबाइल नंबर वाला व्यक्ति स्टेशन पहुंचा और पवन को अपने साथ एक गुप्त स्थान पर ले गया. जहां पर पहले से तीन-चार लोग मौजूद थे. उपस्थित लोगों ने पवन को प्रश्न पत्र दिया और उसकी तैयारी भी करायी. दिनभर और रातभर तैयारी कराने के बाद 27 की सुबह उसे पटना से रवाना कर दिया. वहां से पवन सीधे धनबाद स्थित सेंटर में पहुंचा और परीक्षा में शामिल हुआ. एसआईटी की जांच में यह बात सामने आयी है. अभ्यर्थी पवन ने अवर सचिव को दो ब्लैंक चेक भी दिया था. एसआईटी को इसके सबूत भी मिले हैं.