पटना:केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को पीएमसीएच में बना रहे वर्ल्ड क्लास सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया. इस मौके पर बिहार के दोनों मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष एवं राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे. सभी ने नवनिर्मित पीएमसीएच के डमी मॉडल का जेपी नड्डा को ब्रीफिंग किया.
दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बन रहा PMCH: 5462 बेड की क्षमता का यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बन रहा है जो तीन फेज में बनकर तैयार होना है. लगभग 5400 करोड़ की लागत से यह अस्पताल बन रहा है. अस्पताल की 11 मंजिला मल्टी लेवल पार्किंग बनकर तैयार हो गई है. इसके साथ ही गर्ल्स और बॉयज हॉस्टल भी तैयार हो गए हैं.
गर्ल्स हॉस्टल के भवन का निरीक्षण: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने 11 मंजिले मल्टीलेवल पार्किंग के टॉप फ्लोर पर जाकर निरीक्षण किया. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने और कंस्ट्रक्शन कंपनी एलएनटी के अधिकारियों ने टॉप फ्लोर से पीएमसीएच का व्यू दिखाया कि कहां-कहां निर्माण कार्य चल रहा है और कौन-कौन निर्माण कार्य कब तक पूरा हो जाएगा. इस दौरान जेपी नड्डा ने 11 मंजिले गर्ल्स हॉस्टल के भवन का निरीक्षण करते हुए एलएनटी के कर्मियों के साथ फोटो भी खिंचवाया.
ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनेगा पीएमसीएच: पीएमसीएच के जितने भी बहुमंजिला भवन बन रहे हैं, सभी के टेरेस पर सोलर प्लेट लगाए गए हैं. प्रत्येक बहुमंजिला भवन के छत को सोलर प्लेट से छाप दिया गया है. इतनी संख्या में सोलर प्लेट लगे हैं कि उस भवन की ऊर्जा की अधिकांश जरूरत है सौर ऊर्जा से ही पूर्ति हो सकती है. 11 मंजिला मल्टीलेवल पार्किंग में 950 के करीब चार पहिया वाहन के पार्किंग की क्षमता है. निरीक्षण के बाद जब जेपी नड्डा से पूछा गया कि हॉस्पिटल कैसा लगा तो उन्होंने बताया बहुत अच्छा लगा और शानदार बन रहा है.
जेपी नड्डा ने व्यक्त की प्रसन्नता: पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ विद्यापति चौधरी ने बताया कि जेपी नड्डा ने निर्माण कार्य पर काफी प्रसन्नता व्यक्त की है. वर्ल्ड क्लास हॉस्टल जो बनकर तैयार हुए हैं उस पर प्रसन्नता व्यक्त की है. अब अस्पताल प्रबंधन की जिम्मेदारी है कि इस वर्ल्ड क्लास हॉस्टल में सुरक्षा और सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए. साल 2028 तक यह अस्पताल 5462 बेड के अस्पताल के रूप में पूरी तरह विकसित हो जाएगा.