नई दिल्ली: दिल्ली में उत्तर पूर्वी लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को अपने चुनाव प्रचार में जेएनयू छात्र संघ का भी साथ मिलेगा. जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष धनंजय ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि कन्हैया कुमार का जेएनयू से एक पुराना रिश्ता है. वो जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ''मौजूदा समय में यहां पर मैं अध्यक्ष हूं तो बतौर अध्यक्ष जिम्मेदारी लेते हुए कन्हैया कुमार के लिए भी चुनाव प्रचार करने जाऊंगा. इसके अलावा बिहार में नालंदा सीट से जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व महासचिव संदीप सौरभ भी इंडिया गठबंधन में भाकपा माले की ओर से चुनाव लड़ रहे हैं मैं उनके चुनाव प्रचार में भी जाऊंगा. केंद्र में पिछले 10 साल से जो बीजेपी की सरकार है उस सरकार की छात्र विरोधी दमनकारी नीतियों के खिलाफ जो लोग भी सड़कों पर रहे हैं और सड़कों पर रहकर उन्होंने संघर्ष किया है, उनमें कन्हैया कुमार और संदीप सौरभ भी शामिल हैं''.
धनंजय ने ये भी बताया कि ''जब कन्हैया कुमार जेएनयू में पढ़ते थे तब भी उन्होंने सरकार के दमन को झेला और अभी तक लगातार वह सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. ऐसी छलावे वाली सरकार के खिलाफ हमें कन्हैया कुमार जैसे नौजवानों की जरूरत है और उनको मजबूत करने के लिए हमें उनका साथ देना पड़ेगा. धनंजय ने कहा कि यह विश्वविद्यालय पब्लिक फंड से चलता है. लोग जो टैक्स देते हैं उससे ये विश्वविद्यालय चलता है तो हमारी भी यह जिम्मेदारी है कि छात्र विरोधी सरकार जो भी नीतियां लेकर आती है हम उनका पुरजोर विरोध करें और छात्रों के हित की लड़ाई लड़ें.
धनंजय ने आरोप लगाया कि उत्तर पूर्वी लोकसभा सीट पर बीजेपी ने दंगा कराया. एक धर्म विशेष के लोगों को निशाना बनाया गया. बीजेपी के कपिल मिश्रा जैसे लोग वहां पर खड़े होकर के भाषण देते हैं. एक समुदाय को भड़काते हैं. उन पर टिप्पणी करते हैं और उसके बाद दंगा भड़कता है. उस दंगे की आग को बुझाने के लिए जेएनयू के छात्र शरजील इमाम और उमर खालिद पहुंचते हैं उनको मुकदमे लगाकर बंद कर दिया जाता है.
कन्हैया का JNU से रिश्ता-धनंजय