जमशेदपुर:लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के जेएमएम प्रत्याशी समीर मोहंती की हार के बाद अब उनके नाम से जारी लेटरहेड का मामला तूल पकड़ने लगा है. मामला वायरल होने के बाद समीर मोहंती ने सफाई दी है. साथ ही कांग्रेस की ओर से भी प्रतिक्रिया आई है. समीर मोहंती ने कहा कि यह फर्जी मामला है, कोई उनके लेटर हेड का दुरुपयोग कर हमारे बीच दरार पैदा करना चाहता है, इसकी जांच की जाएगी.
उन्होंने कहा कि उनकी घटक पार्टी कांग्रेस और उनकी पार्टी के बीच कोई विवाद पैदा करना चाहता है. हो सकता है कि कांग्रेस पार्टी के अंदर ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जो ऐसा कर रहा हो. इसीलिए वह खुद इसकी जांच करवा रहे हैं, जिसके बाद वह इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए भी आगे बढ़ेंगे.
क्या है मामला?
लोकसभा आम चुनाव 2024 में जमशेदपुर से जेएमएम प्रत्याशी और बहरागोड़ा विधायक समीर मोहंती द्वारा लिखा गया एक तथाकथित पत्र सुर्खियों में है. जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को संबोधित इस पत्र में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस नेता को जमशेदपुर लोकसभा आम चुनाव के दौरान 25 लाख रुपये दिए गए थे.
इस राशि में से मतदान के दिन बूथ प्रबंधन के लिए कार्यकर्ताओं के बीच 6,000-6,000 रुपये बांटे जाने थे, लेकिन प्रति बूथ सिर्फ 4,000 रुपये बांटे गए. पूर्वी सिंहभूम कांग्रेस के जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे पर महागठबंधन धर्म का पालन नहीं करने का आरोप लगाया गया है. पत्र में कई अन्य आरोप भी लगाए गए हैं. जारी पत्र पर विधायक समीर मोहंती के हस्ताक्षर और मुहर भी है. यही वजह है कि यह वायरल हो गया है.
वहीं मामले में पूर्वी सिंहभूम कांग्रेस के जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे ने साफ कहा है कि चुनाव में हार के बाद कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराने की साजिश रची जा रही है. वह इस मामले में उच्चाधिकारियों को स्पष्टीकरण देंगे.
समीर मोहंती को एफआईआर दर्ज करने का निर्देश