रांचीः भारतीय जन मोर्चा के संरक्षण और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय जदयू में शामिल हो गये हैं. इसपर जनता दल यूनाइटेड की झारखंड ईकाई ने खुशी जाहिर की है. दूसरी ओर इसको लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गयी है.
विधायक सरयू राय के जदयू की सदस्यता ग्रहण करने पर प्रदेश महासचिव श्रवण कुमार ने कहा कि सरयू राय वरिष्ठ नेता हैं, उनके अनुभव का लाभ पार्टी को मिलेगा. प्रदेश प्रवक्ता सागर कुमार ने कहा कि उनके आने से पार्टी प्रदेश में मजबूत हुई है, विधानसभा चुनाव में पार्टी अच्छा प्रदर्शन करेगी. इसको लेकर पूर्व मंत्री सुधा चौधरी, पूर्व विधायक कामेश्वर दास, जदयू नेता डॉ. आफताब जमिल, श्रवण कुमार, भगवान सिंह, मधुकर सिंह, सागर कुमार, धनंजय सिन्हा, संजय सिंह, उपेंद्र सिंह, पिंटू सिंह, अखिलेश राय, दुष्यंत पटेल, दीप नारायण सिंह, आशा शर्मा, रत्ना शर्मा, विश्राम मुंडा एवं अन्य ने उन्हें बधाई दी है.
पूर्व मंत्री सरयू राय के जदयू में शामिल होने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि अब भारतीय जनता पार्टी उनका पार्टनर है.
झामुमो नेता से सरयू राय को परिपक्व और अनुभवी नेता बताते हुए कहा कि उम्मीद है कि उनके जदयू में शामिल होने से राज्य में भाजपा जनता दल यूनाइटेड को अब उचित मान सम्मान देगी. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि 2019 विधानसभा चुनाव में सरयू राय भाजपा के खिलाफ थे. इसलिए उनका साथ दिया गया था, अब वह जदयू में जाकर भाजपा के साथ हैं तो उनके खिलाफ भी इंडिया गठबंधन पूरी मजबूती से लड़ाई लड़ेगा.
शायद बिहार की राजनीति में रमना चाहते हों सरयू- झामुमो
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता ने कहा कि इस बात की उम्मीद बहुत कम है कि झारखंड में भारतीय जनता पार्टी जदयू को कोई खास तवज्जो देने जा रही है. ऐसे में लगता है कि बिहार की राजनीति में लौटने की इच्छा रखकर सरयू राय जदयू में गए हैं. ऐसा होता है तो राज्य की राजनीति का डेमोग्राफिक बैलेंस कुछ हद तक हो जाएगा.