गया : कहते हैं राजनीति में नेता, वक्त के अनुसार बदलते हैं. इस वक्त की नजाकत को हम प्रमुख जीतन राम मांझी अच्छी तरह से समझते हैं. एक साल पहले के दौर को याद कीजिए, जब जीतन राम मांझी ने भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया था. खुले मंच से मांझी ने भगवान को लेकर कहा था कि, 'वे काल्पनिक व्यक्ति थे'. लेकिन अब साल बदल चुका है और हालात भी.
मांझी ने लगाया जय श्री राम का जयकारा :जीतन राम मांझी एनडीए में शामिल हैं. गया सीट से चुनाव भी लड़ने जा रहे हैं. ऐसे में स्वभाविक सी बात है कि उन्हें बीजेपी की मुख्य धारा पर तो चलना ही होगा. तभी को जय श्री राम के नारे भी लगा रहे हैं. भगवान का गुणगान भी कर रहे हैं. मौका एनडीए द्वारा होली मिलन समारोह के आयोजन का था. गुलाल में डूबे मांझी जोर-जोर से जय श्री राम का जयकारा लगा रहे थे. मांझी इस दौरान काफी उत्साहित नजर आ रहे थे.
''मैंने भगवान राम-कृष्ण का कभी विरोध नहीं किया. जो यह कहते हैं, वह मूर्ख हैं. भगवान राम वर्तमान, भूत और भविष्य हैं. रामायण की नीतियां सर्वोपरि हैं. राम नाम आस्था का केंद्र है. यदि कोई मिट्टी की भी पूजा करता है, तो वह मेरे लिए भी पूजनीय है. मैं कभी राम-कृष्ण का विरोध नहीं करता.''- जीतन राम मांझी, हम प्रमुख
'राम-कृष्ण की पूजा करने वालों के चरण स्पर्श करता हूं' : पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि रामायण की नीतियां सर्वोपरि है. वहीं, वे मर्यादा पपुरुषोत्तम भगवान राम की पूजा करने वालों का सम्मान करते हैं और उनके चरण स्पर्श करते हैं. जानकारी हो, कि जीतन राम मांझी ने पिछले बार एक बयान में ब्राह्मण समाज पर कटाक्ष किया था. वहीं, भगवान राम को लेकर विवादास्पद बयान भी दिया था, जिसे लेकर उनका काफी विरोध हुआ था, लेकिन अब मांझी राम की शरण में दिख रहे हैं.