पटना: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी आज रांची से पटना पहुंचे. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक रांची में चल रही थी. उसमें शामिल होने के बाद मांझी सोमवार को पटना पहुंचे हैं. पटना एयरपोर्ट पर पहुंचते ही उन्होंने चिराग पासवान पर हमला करते हुए एससी एसटी आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्णय लिया है, वह स्वागत योग्य है.
चिराग पर भड़के जीतन राम मांझी:जीतन राम मांझी ने कहा कि जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, वह लोग स्वार्थी हैं. शेड्यूल कास्ट के कितने लोग आईपीएस, आईएएस और इंजीनियर हैं? उन्होंने कहा कि अभी भी जो लोग वंचित हैं, निश्चित तौर पर उन्हें लाभ पहुंचाना जरूरी है. सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्णय लिया है, वह बहुत अच्छा निर्णय है. यह निर्णय 10 साल पहले ही आ जाना चाहिए था.
"अभी भी अनुसूचित जाति के कई ऐसे लोग हैं जो आरक्षण का भरपूर फायदा नहीं उठा पाते हैं. जो लोग आरक्षण का फायदा उठाकर आगे बढ़ गए हैं, उन्हें अब फायदा नहीं लेना चाहिए. हमारा मानना है कि अभी भी भुइयां मुशहर डोम और नट समाज के जो लोग हैं वह काफी कम शिक्षित हैं. अभी भी उनकी साक्षरता दर 8% तक नहीं पहुंची है.सुप्रीम कोर्ट ने जो कोटे में कोटा की बात कही है वह पूरी तरह से सही है और ऐसा होना चाहिए."- जीतन राम मांझी, केंद्रीय मंत्री
आरक्षण को लेकर एनडीए के अंदर घमासान:उन्होंने आगे कहा कि अंबेडकर के अनुसार साक्षरता एक मापदंड है. सबसे निचले स्तर पर जो लोग हैं, जिनकी साक्षरता 15 प्रतिशत से कम है, उन्हें सुविधाएं मिलनी चाहिए. जिनकी साक्षरता दर 7 फीसदी और 8 फीसदी है, उन्हें खुशहाल बनाया जाना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से समाज के निचले पायदान के लोगों को ऊपर उठाने की कोशिश करनी चाहिए.
'76 साल तो उनलोगों ने इसका फायदा मिला':जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान पर हमला करते हुए कहा कि क्या कुछ लोग ही शेड्यूल कास्ट का हक लेते रहेंगे. 76 साल तो उनलोगों ने इसका फायदा लिया है. कुल मिलाकर मांझी ने एससी एसटी आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को सही बताया है और चिराग पासवान जो इसका विरोध कर रहे हैं, उसको गलत ठहराया है.
प्रभु श्री राम के अस्तित्व को लेकर क्या बोले मांझी?: जीतन राम मांझी से जब यह सवाल किया गया कि डीएमके के मंत्री प्रभु श्री राम के अस्तित्व को लेकर सवाल उठा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि किसी के आस्था के साथ खेलना ठीक नहीं है. जो कोई प्रभु श्री राम को लेकर या किसी अन्य भगवान को लेकर बात कर रहे हैं, वह गलत है. निश्चित तौर पर वह करोड़ों लोगों के आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं. विपक्षी दल के लोगों को इसका जवाब देना चाहिए.