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मुंगेर में झारखंड के कारोबारी समेत तीन गिरफ्तार, 75 डेटोनेटर और 6 किलो विस्फोटक भी किया बरामद - Explosives Found In Munger

Explosives Found In Munger: मुंगेर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने 75 डेटोनेटर एवं 6 किलो विस्फोटक को बरामद किया है. इसके साथ ही झारखंड के कारोबारी समेत तीन को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा कि इन विस्फोटक से अवैध रूप से पहाड़ तोड़ने का कार्य किया जाना था, जिससे पहले पुलिस ने इन्हें दबोच लिया.

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Apr 4, 2024, 8:29 PM IST

मुंगेर: बिहार की मुंगेर पुलिस को गुरुवार को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने कार्रवाई के दौरान झारखंड के कारोबारी समेत तीन लोगों के पास से 75 डेटोनेटर और 6 किलो विस्फोटक बरामद किया है. इस मामले में एसपी ने प्रेसवार्ता कर पूरी जानकारी दी है.

नयारामनगर थाना क्षेत्र का मामला: मिली जानकारी के अनुसार, जिले के नयारामनगर थाना क्षेत्र के नौवागढी में पुलिस गश्ती कर रही थी. तभी सूचना मिली कि रतनपुर रेलवे स्टेशन के पास कुछ लोग अवैध रूप से विस्फोटक पदार्थ का खरीद-बिक्री कर रहे है, जिसके बाद गश्ती टीम एसटीएफ के साथ रतनपुर रेलवे स्टेशन के पास एक निजी आईटीआई कॉलेज के निकट पहुंची. जहां कॉलेज से सटे पानी टंकी के पास तीन लोग खड़ा होकर झोले में सामान रख रहे थे.

बरामद डेटोनेटर

75 डेटोनेटर बरामद: जिसे देखकर पुलिस तुरंत वहां पहुंची तो तीनों झोला छोड़कर भागने लगे. जिन्हें पुलिस ने खदेड़कर पकड़ लिया. इसके बाद जब झोले की तालशी ली गयी, तो उसके अंदर से 75 डेटोनेटर (टोटा) एवं करीब 6 किलोग्राम श्वेत रंग का साबूदाने जैसा आकृति वाला विस्फोटक पदार्थ बरामद किया गया.

"हमने विस्फोटक कारोबार में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें झारखंड राज्य के साहेबगंज जिला का मिर्जाचौकी निवासी प्रदीप मंडल, मुंगेर जिले के बरियारपुर थाना क्षेत्र का चिरैयाबाद निवासी दिलखुश कुमार उर्फ दिल्लो एवं नयारामनगर थाना क्षेत्र के लोहचा बिंदटोली पाटम का निवासी बबलू बिंद शामिल है." - सैयद इमरान मसूद, एसपी, मुंगेर

लॉकडाउन में घर चले गए थे कारोबारी: एसपी ने बताया कि प्रदीप साहेबगंज से विस्फोटक लाकर दिलखुश और बबलू को देने वाला था. दिलखुश और बबलू दोनों लंबे समय से साहेबगंज में पहाड़ तोड़ने का काम कर रहे थे. जहां पर उसकी प्रदीप से दोस्ती हुई थी. कोरोना काल में जब लॉकडाउन लगा तो दोनों मुंगेर अपने घर चले आए थे, जिसके बाद यहीं पर मजदूरी करने लगे. लेकिन पिछले साल से दोनों ऋषिकुंड पहाड़ को तोड़ कर पत्थर बेचने का कारोबार करने लगे थे.

पिछले तीन महीने से शुरू किया था कारोबार:पहाड़ तोड़ने के लिए दोनों ने प्रदीप से संपर्क किया और साहेबगंज से विस्फोटक मिलने लगा. जिसके बाद तीनों मिलकर यहां पर अवैध रूप से पत्थर तोड़ कर बेचने का धंधा करने लगे. तीन माह पहले ही विस्फोटक मंगवा कर ऋषिकुंड के समीप पहाड़ को तोड़ कर पत्थर का कारोबार शुरू किया गया था.

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