झांसी :झांसी में मंगलवार को हुए गैंगरेप की कहानी झूठी निकली. पुलिस के मुताबिक शिकायतकर्ता किशोरी अपने प्रेमी और उसके परिवार के साथ जाने के लिए घर से निकली थी. वह प्रेमी से शादी करना चाहती थी. उसने प्रेमी को बुलाया लेकिन वह नहीं पहुंचा. इसके बाद प्रेमी के न आने पर किशोरी ने बुआ और बुआ के बेटे के साथ मिलकर झूठा मुकदमा दर्ज करवाकर पैसे ऐंठने की साजिश रची. पुलिस अब नाबालिग, उसकी बुआ और बुआ के बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की बात कह रही है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश एस. ने बताया कि प्रेमनगर थाना क्षेत्र में रहने वाले शख्स ने आरोप लगाया था कि बीते 20 अगस्त को उसके मामा की लड़की सुबह छह बजे शौच के लिए खेत गई थी. उसी समय गांव के तीन युवक उसे जबरदस्ती उठाकर ले गए और उसके साथ दुष्कर्म किया. इसके बाद करौंदी माता मंदिर के पास छोड़कर भाग गए. तहरीर के आधार पर प्रेमनगर पुलिस ने धारा 137(2)/70(2) बीएनएस व 5जी /6 पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया. जांच के दौरान पीड़िता और आरोपियों की सीडीआर मिलान की गई. साथ ही घटनास्थल के आसपास व झांसी शहर के कुछ सीसीटीवी फुटेज को चेक किए गए.
एसएसपी के अनुसार घटनास्थल के पास मौजूद सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में पीड़िता द्वारा बताया गया चार पहिया सफेद वाहन दिखाई नहीं दिया. इसके बाद तफ्तीश की दिशा बदल दी गई. जांच में निकला कि नाबालिग शिकायतकर्ता सुबह लगभग सात बजे रिलाइंस पेट्रोल पंप के पास से ऑटो में बैठकर जेल चौराहे पर पहुंची थी. नाबालिग ने पूछताछ में बताया कि जेल चौराहे से पैदल चलकर छोटी काली माता मंदिर के पास खुशीपुरा पर मौजूद मयंक ठाकुर की दुकान पर पहुंची थी. यहां से उसने आर्टिफिशियल एक जोड़ी पायल व बिछिया खरीदी तथा मयंक के मोबाइल से अपने पुरुष मित्र को कॉल करके बुलाया.