झांसी : बुंदेलखंड के मरीजों के लिए जीवनदायिनी कहा जाने वाला महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज अब लोगों के जीवन से अंधेरा हटाने का भी माध्यम बनेगा. बीते कई साल से मेडिकल कॉलेज में नेत्र बैंक बनाने की चल रही कवायद अब सफल होती दिख रही है. मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इस संबंध में प्रस्ताव शासन को भेज दिया है. उम्मीद जताई गई है कि साल के अंत तक इसके लिए बजट आवंटित हो जाएगा. यह नेत्र बैंक बुंदेलखंड का पहला केंद्र होगा.
बता दें, नेत्र बैंक दानकर्ताओं से आंखें प्राप्त कर उन्हें कॉर्निया प्रत्यारोपण के लिए इस्तेमाल करने वाली संस्था होती है. कॉर्निया प्रत्यारोपण से किसी दृष्टिहीन को आंखों की रोशनी प्रदान की जाती है. बुंदेलखंड में ऐसे कई लोग हैं जो नेत्रदान करने के इच्छुक हैं, पर यहां नेत्र बैंक न होने से ऐसे लोगों की दूसरों को रोशनी देने की इच्छा अधूरी रह जाती है. समाजसेवी संस्थाएं भी नेत्रदान के प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य करती हैं. इसी को देखते हुए महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में नेत्र बैंक बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है.