पटनाः'पूर्णिया के माननीय सांसद पप्पू यादव ने अपनी जमीर बेच दी, यह अच्छा नहीं किया'. ये बातें पप्पू यादव को धमकी मिलने के मामले में खुलासा होने पर जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कही. उन्होंने कहा कि पप्पू यादव ने यह गलत किया. उनकी बुद्धि को कोई चुनौती नहीं दे सकता. लंबे अरसे तक उनको जहां प्रवास करने का मौका मिला है. मुझें उस दरवाजे तक भी दस्तक देने का मौका नहीं मिला.
खुद के गुर्गे ने दी धमकीः जदयू सांसद ने कहा कि पप्पू यादव ने दावा किए थे कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग को खत्म कर देंगे. फिर बिश्नोई गैंग के द्वारा धमकी मिलने की बात कही. अब पुलिस ने जो खुलासा किया, उसमें उनके गुर्गे ही इसमें शामिल है. अपने गुर्गे के द्वारा धमकी दिलाई गयी ताकि जेड प्लस सुरक्षा मुहैया करायी जाए.
जदयू मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार (ETV Bharat) "खोदा पहार निकली चुहिया. पुलिस ने अनुसंधान किया तो आरोपी की गिरफ्तारी हुई. गिरफ्तार आरोपी ने खुलासा किया कि उसे रुपया दिया गया और धमकी देने के लिए कहा गया, ताकि पप्पू यादव को जेड प्लस की सुरक्षा मिल सके. अपनी सुरक्षा के लिए अपनी जमीर बेच दें, यह अच्छा नहीं है."-नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जदयू
गिरफ्तार आरोपी का खुलासाः दरअसल, पप्पू यादव को लगातार धमकी मिलने के मामले में पूर्णिया पुलिस ने कार्रवाई की. पुलिस खुलासा में सामने आया कि पप्पू यादव को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया कराने के लिए इस तरह की साजिश रची गयी. यह साजिश भोजपुर में रची गयी थी. इस मामले में आरोपी रामबाबू को गिरफ्तार किया गया है.
जेड प्लस सुरक्षा के लिए रची राजिशः रामबाबू ने पूछताछ में बताया कि वह पप्पू यादव की पार्टी 'जन अधिकार में कार्यकर्ता था. सांसद के किसी समर्थक ने पप्पू यादव को धमकी देने का वीडियो बनाकर वायरल करने की बात कही थी. बदले में उसे 2 लाख रुपए और अपने क्षेत्र में नेता बनाने का लालच दिया था. ऐसा इसलिए किया गया ताकि पप्पू यादव को जेड प्लस सुरक्षा प्रदान की जा सके. हालांकि पप्पू यादव ने पुलिस की थ्योरी को गलत बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की है.
वाई श्रेणी की सुरक्षा पहले से मिली हैः जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि पप्पू यादव को पहले से वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है. लॉरेंस बिश्नोई गैंग के तरफ से धमकी का हवाला देकर पप्पू यादव जेड प्लस की सुरक्षा की मांग कर रहे थे. इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक को पत्र लिखा था.
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