जमुई: बिहार के जमुई जिले में लाखों की सब्जी खेतों में ही बर्बाद हो रही है. यहां 19 अप्रैल को पहले चरण में होने वाला है. ऐसे में मतदान से पहले प्रशासन ने कई लोगों की गाड़ी जब्त कर ली है, जिसके कारण किसान अपनी सब्जियों को बाहर नहीं भेज पा रहे है. किसान परेशान होकर प्रशासन से गुहार लगा रहे है. वह लगातार कह रहे कि सब्जी ढोने वाले गाड़ियां तो छोड़ दीजिए.
लोकसभा चुनाव को लेकर प्रशासन ने जब्त किया वाहन सबसे ज्यादा होता सब्जी उत्पादन: दरअसल, जमुई का नीमनवादा गांव जिले के सबसे बड़े सब्जी उत्पादन करने वाले गांव में जाना जाता है. यहां की हरी सब्जियां जमुई के मार्केट के साथ-साथ पड़ोसी जिले सहित बिहार के विभिन्न जिलों में पहुंचाया जाता है. किसानों से सब्जी खरीदकर व्यापारियों द्वारा सालों से ये सिलसिला बदस्तूर चलता आ रहा है.
लोकसभा चुनाव को लेकर प्रशासन ने जब्त किया वाहन 19 को लोकसभा चुनाव: इस बीच जैसे ही सब्जियां खेतों में तैयार हो गई, जिले में प्रथम चरण में लोकसभा चुनाव आ गया है. बता दें कि 19 अप्रैल को जिले में मतदान होना है. इस बीच प्रशासन द्वारा वाहनों को जब्त कर लिए जाने के कारण बड़े पैमाने पर खेत में तैयार सब्जियां बाहर दूसरे जिले में नहीं भेजी जा रही है.सब्जियां खेतों में ही सड़ने-गलने लगी है. ऐसे में किसानों को एक-एक दिन भारी पड़ रहा है.
लोकसभा चुनाव को लेकर प्रशासन ने जब्त किया वाहन कर्ज लेकर करते है खेती: किसानों ने बताया कि अधिकतर छोटे किसान, जो लीज पर जमीन लेकर खेती करते है वह महाजन से पैसा उधार लेकर मार्केट में तैयार सब्जी को पहुंचाने जाते है. बिक्री होने पर पहले उधारी चुकाते है फिर नए फसल की तैयारी में जुट जाते है. ऐसे में अगर तैयार सब्जियां खेतों में ही रह गई तो बड़ा नुकसान हो जाता है. नए फसल की तैयारी तो छोड़िए पहला उधारी चुका नहीं पा रहे है. धर परिवार में भी खाने के लाले पड़ गए है.
इस साल लाखों का नुकसान:किसान पप्पू महतो ने बताया कि नीमनवादा गांव के आसपास पूरे बहियार में लगभग 400 से 500 बीधा में खेती की जाती है. जमुई के भाटचक, अमरथ, भजौर, मनियडडा, हांसडीह, दौलतपुर, सरारी आदि गांव से मजदूर आते है. खेतों में साथ काम करते है, उनकी मजदूरी भी निकल जाती है. लेकिन इस बार सब्जी बाजार नहीं जा पाने के कारण लाखों का नुकसान हो गया है.
"ये सब तो हमारे हाथ में है नहीं. रोजाना सब्जी तैयार मिलती है, इसलिए खेतों से तोड़ना पड़ता है. नहीं तोड़ेंगे तो नुकसान हो जाएगा. ऐसे में मतदान से पहले ही सब्जी ढोने वाली गाड़ियों को भी पकड़ लिया गया है. पूरा सब्जी केवल जमुई के मार्केट में खपत करना संभव नहीं. बाहर भेजना ही पड़ता है जमुई में कोई मंडी भी नहीं है. ऐसे में हमलोग को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है." - मोनू कुमार, किसान
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