कुल्लू:हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के बंजार विधानसभा क्षेत्र में स्थित ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में राज्य पक्षी जाजुराना के साथ पहली बार कोकलस पक्षी की भी गणना की गई है. नेशनल पार्क में इस साल हुई गणना में राज्य पक्षी जाजुराना इस बार काफी कम नजर आया. वहीं, पहली बार हुई कोकलस पक्षी की गिनती नेशनल पार्क में 366 के करीब हुई है. बीते साल हुई गणना में जहां जाजुराना की डेंसिटी पिछले वर्ष 4.48 थी. वो इस साल 3.33 रही है. नेशनल पार्क में बीते 3 साल में इनकी संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही थी. लेकिन इस बार सर्वे के दौरान हुई वर्षा को इनके कम देखे जाने का कारण भी माना जा रहा है.
जाजुराना के साथ कोकलस पक्षी की भी हुई गणना: ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क प्रबंधन द्वारा इस बार 27 से 30 अप्रैल के अंतिम सप्ताह में हुए सर्वे में विभाग की अलग-अलग टीमों ने जहां 18 स्थानों पर जाजुराना के लिए गिनती के लिए सर्वे किया था. वही, कोकलस पक्षी के लिए भी नौ स्थानों पर सर्वे किया गया था.
सर्वे के दौरान जाजुराना और कोकलस की आवाज सुनाई दी: सर्वे के दौरान टीम को जाजुराना की करीब 180 अकेली आवाज सुनाई दी, यह समय इनकी ब्रीडिंग का होता है. ऐसे सारा में नर पक्षी मादा को आकर्षित करने दी. इसके अलावा 188 वार कोकलस की आवाज सुनाई दी गई. कोकलस जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में पाया जाता है. यह देवदार के जंगल में 2200 से 2500 मीटर की ऊंचाई पर रहता है. नर कोकलस मादा से काफी बड़ा होता है. इसका रंग चांदी जैसा होता है और पीठ भूरे रंग की होती है. ग्रेट हिमालयन नेशनल में सर्वे के दौरान 188 कोकलस की अकेली आवाज सुनाई दी गई है.