नई दिल्ली/गाजियाबाद: बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश द्वारा गाजियाबाद न्यायालय में लाठी चार्ज प्रकरण में पांच सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गयी थी. बार एसोसिएशन गाजियाबाद के अध्यक्ष दीपक शर्मा के मुताबिक बार काउंसिल द्वारा गठित पांच सदस्यीय जांच कमेटी ने जांच के दौरान कुछ ऐसे व्यक्तियों और अधिवक्ताओं के ब्यान भी दर्ज किये है, जोकि 29 अक्टूबर को घटना के समय मौजूद ही नहीं थे, जिनमें एक शादाब चौधरी जो बार एसोसिएशन का सदस्य नही है और साल 2024 का रजिस्ट्रेशन है लेकिन आज तक सीओपी नही है.
घटना स्थल पर मौजूद अधिवक्ताओं का बयान दर्ज न कराने का आरोपःदीपक शर्मा ने कहा कि दूसरे सुबोध त्यागी का ब्यान दर्ज किया गया है, जोकि न तो घटना के समय मौके पर थे तथा बार एसोसिएशन गाजियाबाद ने उनकी सदस्यता पूर्व में ही समाप्त की हुयी है. एक अन्य अधिवक्ता हरेन्द्र कुमार गौतम का ब्यान दर्ज किया है, जोकि न तो मौके पर घटना के समय मौजूद थे तथा राजनैतिक द्वेष के कारण हरेन्द्र कुमार गौतम ने गलत व झूठा ब्यान दर्ज कराया है.
जांच कमेटी ने ऐसे अधिवक्ताओं के बयान दर्ज किए हैं, जो मौके पर थे ही नहीं, बार एसोसिएशन गाजियाबाद ने किया दावा (Etv bharat)
जांच रिपोर्ट पर संज्ञान लेने की मांगःदीपक शर्मा के मुताबिक बार एसोसिएशन गाजियाबाद की घटना के विरूद्ध पांच सदस्यीय जांच समिति को गलत तथ्य बढा चढाकर दोनों व्यक्तियों ने ब्यान दर्ज कराये है, जिनका खण्डन बार एसोसिएशन गाजियाबाद करती है. बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के चेयरमैन से अपेक्षा की जाती है कि उक्त व्यक्तियो की घटना के समय मौजूदगी के कोई साक्ष्य संलग्न रिपोर्ट के साथ नहीं है. जिस के कारण उनके ब्यानो की जांच रिपोर्ट में कोई सत्यता नहीं है. घटना के समय उपस्थित व्यक्तियों के बयानों के आधार पर जांच रिपोर्ट पर संज्ञान लिया जाये.
लाठीचार्ज में घायल अधिवक्ताओं का बयान दर्ज नहीं किया गयाःबार एसोसिएशन गाजियाबाद की वरिष्ठ उपाध्यक्ष शबनम खान ने बताया कि जो लोग उस समय घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे उन लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं. लाठीचार्ज के बाद घायल हुए अधिवक्ताओं के बयान लेने चाहिए थे. घायल अधिवक्ताओं में से किसी का भी बयान दर्ज नहीं किया गया. बयान उन लोगों के दर्ज किए गए हैं, जिन्हें घटना की सच्चाई का पता तक नहीं था. लाठी चार्ज के दौरान एक महिला अधिवक्ता घायल हुई थी जिनके पैर में फ्रैक्चर हुआ है जो की अब तक कोर्ट नहीं आ सकती हैं. घटनास्थल पर मौजूद या फिर घायल लोगों में से किसी का भी बयान दर्ज नहीं किया गया.
गाजियाबाद में 16 नवंबर को होगा महा सम्मेलनःबतादें कि 29 अक्टूबर को अधिवक्ताओं पर हुई लाठी चार्ज के मामले को लेकर लगातार गाजियाबाद कचहरी परिसर में अधिवक्ताओं का प्रदर्शन जारी है. 16 नवंबर को अधिवक्ताओं ने कचहरी परिसर के बाहर सम्मेलन करने की घोषणा की है. मिली जानकारी के मुताबिक गाजियाबाद में 16 नवंबर को कई राज्यों के अधिवक्ता महासम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुंचेंगे.