रांची: झारखंड में उगाए गए अफीम से राजस्थान में नशे का सामान तैयार किया जा रहा है. गुरुवार को रांची के खरसीदाग इलाके से पकड़े गए तस्करों ने यह खुलाशा किया है. रांची पुलिस ने कार्रवाई करते हुए राजस्थान के दो तस्करों के साथ साथ यूपी का एक और तीन लोकल सप्लायर को भी गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तस्करों के पास से ढाई करोड़ मूल्य का डोडा (अफीम) के साथ 11.50 लाख रुपये भी बरामद किए गए हैं.
खूंटी-नामकुम हाइवे से हुई गिरफ्तारी
रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया की रांची पुलिस ने नशे के तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. यह कार्रवाई इसलिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इस बार राजस्थान से जुड़े दो तस्कर के साथ-साथ अफीम के लिए तस्करी करने वाले चार लोकल तस्कर भी पकड़े गए हैं. एसएसपी के अनुसार खूंटी से नामकुम की तरफ जाने वाले हाइवे में अफीम की एक बड़ी खेप गुरुवार को पकड़ी गई थी. एक कंटेनर में आलू भरे बोरे के नीचे 116 बोरा अफीम का डोडा छिपाकर रखा गया था.
गुप्त सूचना के आधार पर कंटेनर को पकड़ा गया साथ ही उसे कंटेनर की रेकी कर रहे चार तस्करों को दूसरे वाहन में पकड़ा गया, जबकि कंटेनर से दो तस्कर पकड़े गए. गिरफ्तार तस्करों में सतबीर उर्फ सतपाल और रमेश बिशनोई राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले हैं. वहीं ताहिर यूपी के अलीगंज का रहने वाला है जबकि बाचो पाहन, प्रवीण मुंडा और सोमा मुंडा क्रमशः खूंटी और रांची के रहने वाले है. गिरफ्तार तस्करों के पास से 116 बोरा डोडा, आठ मोबाइल, एक कार, एक कंटेनर, 11.50 लाख रुपये नगद और एक बाइक जब्त किया गया है.
किराए के मकान में रहते हैं सीजन के दौरान
गिरफ्तार राजस्थान के तस्करों सतबीर और रमेश बिशनोई ने पुलिस की पूछताछ में कई खुलाशे किए हैं. तस्करों ने पुलिस को यह बताया है कि वे लोग अफीम के सीजन में किराए का मकान लेकर खूंटी और रांची के सीमावर्ती इलाके में डेरा डाल लेते हैं, फिर लोकल तस्करों से संपर्क कर अफीम और डोडा चुपके चोरी राजस्थान ले जाते हैं. राजस्थान में बाकायदा कई छोटी-छोटी फैक्ट्रियां लगी हुई है जहां अफीम से तरह-तरह के नशे के समान तैयार किए जाते हैं.