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भाजपा की अंदरूनी गुटबाजी में उलझी हरावल दस्ते की कार्यकारिणी, 10 माह बाद भी नहीं बन पाई चेची की टीम - Factionalism In Rajasthan BJP

Internal Factionalism In Rajasthan BJP, भाजपा युवा मोर्चा संगठन के सबसे मजबूत हरावल दस्ते के तौर पर जाना जाता है. युवा मोर्चा की कमान संभाले अंकित चेची को 10 महीने से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक कार्यकारिणी का गठन नहीं कर पाए हैं. बताया जा रहा है कि पार्टी की गुटबाजी के बीच युवा मोर्चा में पद का इंतजार करने वाले युवा नेताओं को निराशा हाथ लगी है.

Internal Factionalism In Rajasthan BJP
10 माह बाद भी नहीं बन पाई चेची की टीम (ETV BHARAT JAIPUR)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 9, 2024, 8:07 PM IST

जयपुर.भाजपा युवाओं को आगे लाने की बात करती है. संगठन के हर काम में युवाओं को प्राथमिकता दी जाती है. यही वजह है कि भाजपा का युवा मोर्चा संगठन के सबसे मजबूत हरावल दस्ते के तौर पर जाना जाता है, लेकिन अब यह हरावल दस्ता पार्टी की अंदरूनी सियासत में उलझता नजर आ रहा है. 10 महीने पहले युवा मोर्चा की कमान संभालने वाले अंकित चेची अभी तक अपनी कार्यकारिणी का गठन नहीं कर पाए हैं. ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि भाजपा युवा मोर्चा की कार्यकारिणी की घोषणा आखिर कब होगी?

पिछले साल जुलाई में अध्यक्ष बने थे चेची :भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनते ही सीपी जोशी ने अपनी नई टीम का गठन किया था. सभी मोर्चा के अध्यक्ष बदले गए. वहीं, 7 जुलाई, 2023 को अंकित चेची को हिमांशु शर्मा की जगह भाजपा युवा मोर्चा की कमान सौंपी गई थी. लोकसभा चुनावों से पहले युवा मोर्चा को छोड़कर सभी 6 मोर्चों ने अपनी-अपनी टीमों का गठन कर दिया. दूसरी तरफ युवा मोर्चा की कमान संभाले 10 महीने से भी अधिक का समय हो जाने के बाद भी अंकित चेची अपनी नई टीम का गठन नहीं कर पाए हैं.

अंदरूनी गुटबाजी में उलझी हरावल दस्ते की कार्यकारिणी (ETV BHARAT JAIPUR)

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दरअसल, पार्टी की अंदरूनी सियासत के चलते युवा मोर्चा की कार्यकारिणी अटकी हुई है. विधायक और वरिष्ठ नेताओं के अपने-अपने समर्थक युवा नेताओं को मोर्चे में शामिल करने के दबाव के चलते युवा मोर्चा की कार्यकारिणी के नाम पर आम सहमति नहीं बन पा रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि अब लोकसभा चुनाव के बाद ही चेची अपनी नई टीम का गठन करेंगे, लेकिन चर्चा यह भी है कि लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद भाजपा संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव होंगे. ऐसे में युवा मोर्चा से जुड़े कार्यकर्ताओं मे यह चर्चा भी आम है कि अंकित चेची मोर्चा की नई कार्यकारिणी का गठन कर भी पाएंगे या नहीं.

टीम पुरानी, लेकिन जोश पूरा : अंकित चेची को भले ही अपनी टीम नहीं मिली हो, लेकिन उन्होंने पुरानी टीम के साथ भी जोश भरे अंदाज में काम किया. युवा मोर्चा ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान संगठनात्मक अभियानों के बल बूते पार्टी को मजबूत करने का काम किया, जिसमें युवा मोर्चा ने नमो नव मतदाता सम्मेलन, युवा चौपाल, बाइक रैली और एक परिंडा मेरा भी अभियान चलाया.

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वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर चलाया गया नमो नव मतदाता सम्मेलन अभियान में भाजयुमो राजस्थान देश भर में नंबर 3 पर रहा. युवा मोर्चा कार्यकारिणी में जगह बनाने की उम्मीद रखने वाले कार्यकर्ताओं ने चुनावों में जीतोड़ मेहनत की, लेकिन कार्यकारिणी की घोषणा में हो रही देरी से कार्यकर्ताओं के हाथ सिर्फ निराशा ही हाथ लगी है.

उधर, युवा मोर्चा के अध्यक्ष अंकित चेची ने अपनी नई टीम को लेकर कहा कि किसी तरह की कोई देरी नहीं हुई है. पहले विधानसभा चुनाव फिर लोकसभा चुनाव थे. ऐसे में जो पुरानी टीम थी, वो मजबूती से काम कर रही थी. इसलिए नई टीम की आवश्यकता महसूस नहीं हुई. नई टीम को लेकर प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी से चर्चा हो चुकी है. जल्दी ही नई कार्यकारिणी की घोषणा कर दी जाएगी.

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